दिल को छूने वाली शायरी: गहरी भावनाओं की झलक - Heart-touching poetry: glimpses of deep emotions

दिल की गहराइयों से निकलती शायरी

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शायरी 1:

वक्त तुम भी ज्यादा ज़ाया नहीं करोगे,
नहीं तो इंतजार जिंदगी भर हमारा करोगे।
Shayari - ✍️


शायरी 2:

कुछ चीज़ें इसलिए भी बेहद खूबसूरत होती हैं,
क्योंकि वो ज़्यादा देर नहीं ठहरती हमारे पास,
चाहें तो पूछ लीजिए हथेलियों पर लगी मेहंदी से...
#भैरव


शायरी 3:

नुमाइश हो रही है दीवानों की महफिल भी लगी है,
मोहब्बत की पेमाइश को उनकी निगाह ही काफी है।
Shayari - ✍️


शायरी 4:

प्यार होता तो जान भी दे देते चालाकी के लिए,
तो मेरा ठेंगा भी ना मिले 🤧👎
━━━━✧❂✧━━━━


शायरी 5:

वक्त सब कुछ छीन लेता है,
खैर मेरी तो सिर्फ मुस्कुराहट थी...💔
#भैरव


शायरी 6:

कितना तड़पा हूं, मुझसे पूछो कोई,
कितना तरसा हूं, मुझसे पूछो कोई,
ये बारिश तो आएगी, चली जाएगी,
कितना बरसा हूं, मुझसे पूछो कोई,
किस रास्ते पर मंज़िल है, जानता हूं,
मैं ख़ुद नक्शा हूं, मुझसे पूछो कोई,
तुम रो लेते हो, गम बांटकर मुझसे,
मैं कैसे हस्ता हूं, मुझसे पूछो कोई,
आंख के इशारे ने, की थी शुरुआत,
छोटे झगड़े ने, सब खत्म कर दिया,
ये जिस्म जिंदा है सबूत के तौर पर,
मैं तो मर चुका हूं, मुझसे पूछो कोई
#भैरव


शायरी 7:

वो क्या कुछ न करने वाले थे,
बस कोई दम में मरने वाले थे,
यूं तो मरना है एक बार मगर,
हम कई बार करने वाले थे!!
#लम्हा


शायरी 8:

क्या उम्मीद करे किसीसे जुडने का,
किसी ऐहेम की कहानी का,
एक खबसुरत हिस्सा थे हम,
आज तो खुबसुरत से,
फिजुल का सफर कर लिए है हम…
Shayari - ✍️✨


शायरी 9:

वो लोगों की निगाहों से ओझल होता है,
मानो जैसे किसी अफ़्सुन की तरह,
मुझसे विदा भी लेता है,
तो इजाजत की तरह…
Shayari - ✍️✨


शायरी 10:

💞👀
ऐ जिंदगी ❤️‍🩹 अगर तुमसे ना मिलते तो शायद,
राज ही रह जाता है की मोहब्बत कैसी होती है 💞😌
#Jindgi..💗🫂😘


शायरी 11:

एक सुंदर औरत👩 क्रिकेट का मैच देख रही थी और,
चेहरे पर इंडिया के झंडे का नक्शा था,
एक बुज़ुर्ग पास आया और उसके चेहरे को चूम💋 कर बोला,
कितना सुंदर है मेरा भारत.....🫣


शायरी 12:

चली जब मुखालिफत की आंधियां,
उजड़ गया मोहब्बत का आशियां,
विरान हो गई वफाओं की आबादियां,
मैने देखी है मोहब्बत की बरबादियाँ,
ये बदलते हुए मौसम की अंगड़ाइयां,
शाम हरारात देती बाहों की गर्मियां,
वो मंजर भी था बड़ा ही खुशनुमा,
आसमां पे चांद ओस और सर्दियां,
तेरा मेरी जिंदगी में दस्तक देना...
साजिश करती हमारी ये नादानियां,
जैसे समंदर पे लहरों की रवानियां,
मौजे मारती हम दोनों की जवानियां,
लिखी मैंने कुछ गज़लें उस पर....
संभाले रखी उसकी कुछ लफ्ज़ो की निशानियां
Irfan...✍️


शायरी 13:

दिल ना दुखाना उनका जो हर नाज़ व नखरों को उठाते हैं,
खुद रूठे हों तब भी वो आपको रूठे देख मनाते हैं,
नादान सा है दिल उनका ना तोड़ देना उनका दिल अपनी अना में,
जो अपनी बचपना छोड़ आपके लिए मुस्कुरा कर बड़प्पन दिखा जाते हैं...
#भैरव


शायरी 14:

वक़्त की रफ़्तार रुक गई होती,
शर्म से आँखें झुक गई होती,
अगर दर्द जानती शमा परवाने का,
तो जलने से पहले बुझ गई होती।
#भैरव


भावनाओं की गहराई में डूबी शायरी

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शायरी 1:

कहां छूट पायेगी उस शख्स से उसके प्रेमी, प्रेमिका की आदतें,
जो दिन की शुरुआत उनकी तस्वीर मात्र से कर लेते हैं...
Shayari - ✍️❤🖤


शायरी 2:

चली है ये कैसी हवा ख़ूबसूरत,
कि दिल का ये मौसम हुआ ख़ूबसूरत,
ये दुनिया बनाई है क्या ख़ूबसूरत,
कि ख़ुद होगा कितना ख़ुदा ख़ूबसूरत.
🖤


शायरी 3:

दर्द ही दर्द है इस दिल में,
इसे बयां करे तो कैसे करे,
जिंदगी गमों की गुलाम बनी बैठी है,
इसे रिहा करे तो कैसे करे,
यूं तो हमें हमारे दिल ने,
बहुत से धोखे दिये हैं,
पर अपने इस दिल से,
हम दगा करे तो कैसे करे...
Shayari - ✍️✨


शायरी 4:

एक धोखे से भी हिल जाती है ज़मीन ऐतबार की,
ज़िन्दगी तबाह करने के लिए भूकंप आए ज़रूरी नहीं,
बरसों से इस मकान में रहते हैं चंद लोग
इक दूसरे के साथ वफ़ा के बग़ैर भी।
Shayari - ✍️


शायरी 5:

एक क़िस्से की तरह वो तो मुझे भूल गया,
इक कहानी की तरह वो है मगर याद मुझे।
#भैरव


शायरी 6:

बचपन में जब चलना सिखा था तब आपका हाथ पकड़ा था ये याद तो नहीं है,
पर अब जब (पापा) आपका हाथ पकड़ कर चलने में पैर में दर्द तो है पर फिर भी एक अलग ही सुकून मिलता है।
Shayari - ✍️


शायरी 7:

क्या कमाल का है तेरा,
आहिस्ता बोलने का अंदाज़,
कान सुनते कुछ नहीं,
लेकिन दिल सब समझ जाता है।
रुतबा ही ऐसा है
दुश्मन तो होंगे ही 🤩
━━━━✧❂✧━━━━


शायरी 8:

खुदसे मोहब्बत का सफर, शुरू कर दिया है सनाया,
अब दूसरों की खुशियों का सोचने से पहले,
खुदको खुश करना है।
Shayari - ✍️✨


शायरी 9:

तेरे दीदार की कशिश तेरी चौखट तक खींच लायी,
वरना फरिश्तों ने बहुत बुलाया, जन्नत ठुकरा दी मैंने।
#लम्हा


शायरी 10:

उससे छुपाए हमने कई राज भी हैं,
मोहब्बत को छोड़कर, और बहुत सारे कामकाज भी हैं,
यार तेरी मोहब्बत में बदनामी का डर कैसा,
तेरी मोहब्बत में बदनाम हम कल भी थे
बदनाम हम आज भी हैं,
और जिंदगी में कुछ सख्त उसूल भी है मेरे,
जी हम सीधो के लिए कबूतर, टेढ़ो के लिए बाज भी हैं,
हम फकीर लोग हैं, नमाज पढ़ने जो टोपी लगाकर जाते हैं,
वही हमारी टोपी वही हमारे ताज भी हैं,
मोहब्बत में इतनी खुद्दारी से हिसाब मांग रही हो तुम,
मोहतरमा इतना बुरा बोल रही हो तुम
तुम्हें जरा सा शर्म लिहाज भी है।
तेरे दिए कुछ जख्म जोड़ कर रखे हैं हमने,
अंगूठी तो तुझे दे दी मगर निशान आज भी है।
#भैरव


शायरी 11:

फेंक दूंगी तेरी तोहफ़े में दी हुई पायल,
जब-जब ये खनकती है, तेरी याद आती है।
Shayari - ✍️❤🖤


शायरी 12:

बहुत खूबसूरत तस्वीर बनाई है उसने मेरी आँखों की,
जिसने उन्हें कभी पढ़ा भी नहीं हो।
Shayari - ✍️


शायरी 13:

कुछ बाकी नहीं अब मुझमें,
सिर्फ यह अना मेरी है,
बिखर कर कतरा कतरा हो गया हूं,
अब बस यह फ़ना मेरी है।
Shayari - ✍️


शायरी 14:

खुद पर भरोसा है तो खुदा तेरे साथ है,
अपनों पर भरोसा है तो दुआ तेरे साथ है।
💞
━━━━✧❂✧━━━━


शायरी 15:

प्रेम में पीड़ा पाना भी तो प्रेम का ही अनुभव करने जैसा है,
मुझे तुम्हारे प्रेम में मिली हर पीड़ा से भी हमेशा प्रेम है।
#भैरव


शायरी 16:

छोड़ कर वो गली, इस नगर से चले,
मंजिल की तरफ़, अपने घर से चले,
नदी ने किनारों को, ज़ुदा कर दिया,
हम इधर से चले, तुम उधर से चले,
चाकू को बोलो, ये आखिरी ख्वाहिश,
वो इस सर से पहले, ज़िगर से चले,
मैंने सफर भी किया, तो ऐसा किया,
दोस्त ना डर के चले, ना डर से चले,
सारे कांटे चुरा लिए, पैरों से अपने,
हम जिसकी भी सुनी, डगर से चले,
इतने सारे हैं, तेरे आंसू पोछने वाले,
देख मुर्दे भी उठ कर, क़बर से चले,
बेवफ़ाई सिखाते थे, जो उसके यहां,
इन स्कूल से ज़्यादा, वो मदरसे चले।
#भैरव


शायरी 17:

दोस्ती जब किसी से की जाये,
दुश्मनों की भी राय ली जाये,
मौत का ज़हर है फ़िज़ाओं में,
अब कहाँ जा के साँस ली जाये,
बस इसी सोच में हूँ डूबा हुआ,
ये नदी कैसे पार की जाये,
मेरे माज़ी के ज़ख़्म भरने लगे,
आज फिर कोई भूल की जाये,
बोतलें खोल के तो पी बरसों,
आज दिल खोल के भी पी जाये।

  • राहत इंदौरी

शायरी 18:

जो दिल को पसंद आता है,
अक्सर वो हमसफर नहीं बन पाता है.
#भैरव


शायरी 19:

उन्होंने वक़्त समझकर गुज़ार दिया हमको,
और हम उनको ज़िन्दगी समझकर आज भी जी रहे हैं।
तरक्की मिल रही है शायरी में हमें,
तुम्हारा जिक्र महंगा बिक रहा है।
नफरत नहीं करूंगा तुमसे,
बस अनजान हो जाऊंगा...


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