दिल से दिल की बात: शायरी का सफर - Dil Se Dil Ki Baat: The Journey of Shayari

दिल से दिल की बात: शायरी का सफर


जितना भी मयस्सर है तक़सीम करके खाते हैं
हालात जेब तंग कर सकते हैं जिगर बस में है
#अर्श केमल खान ❤️


वो शज़र छूकर के गुज़र जाता हूँ अक्सर चुपचाप
उसकी शाखों में ज़रा सी भी ज़ुम्बिश नहीं होती
#अर्श खान ❤️


मैं जब भी चाहूंगा जगा लूँगा उसे
इतना एत्माद हमसफ़र पे है अपने
#अर्श केमल खान ❤️


बड़ी मुश्किल से पास पहुंचे हैं मंज़िल के कमल
ये सफ़र फिर किसी दौराहे पे ना लाकर छोड़े
#अर्श केमल खान ❤️


वो जिनपे छत है पंखा है रस्सी है मायूस हैं
फुटपाथ वालों की खुदकशी सुनी है कभी?
#अर्श केमल खान ❤️


नदियाँ मजबूरी की बहती
हम दोनों के दो धार प्रिये
मैं इस तट पर बैठा गुमसुम सा
तुम खड़ी हुई उस पार प्रिये

मैं शाखों से टूटा एक पत्ता
तुम पल्लव का आधार प्रिये
मैं धूल में दफन परिंदा हूँ
तेरे सम्मुख आकाश प्रिये

मैं मरुभूमि सा बंज़र हूँ
तुम गंगा का मैदान प्रिये
मैं जल से सदा अछुता हूँ
तुम तो नदियों का प्यार प्रिये

तुम समृद्ध महल कुमारी हो
मुझे कुटी का उत्तराधिकार प्रिये
मैं लाचार कष्टों का वारिस हूँ
तुम खुशियों का संसार प्रिये

तनु दिल की लालस अधिक
चाहों में छुपा लूं चाह प्रिये
मैं वंचित आरक्षित सूरत से
तुम मनमोहिनी बेमिसाल प्रिये

मैं झील किनारे पत्थर फेंकता
करता तुमसे फरियाद प्रिये
कुछ और नहीं लालस मन में
चाहिए केवल तुम्हारा प्यार प्रिये

सुनो! त्याग प्रेम की मूरत है
परित्याग प्रेम का धाम प्रिये 💝💝


अगर एहसास है तो कर लो
मोहब्बत को महसूस
ये वो जज्बा है जो लफ्जो में
समझाया नही जाता


जो निःशुल्क है
वही सबसे ज़्यादा कीमती है
जैसे नींद, शांति, सुकून, उम्मीदें
और सबसे ज़्यादा हमारी सांसे


वो पागल सी लड़की...🙈
वो पागल सी लड़की पास आती भी नहीं
दूर से देखती है पर सामने आंख मिलाती भी नहीं

अपनी सखियों से मेरी ही बातें करती है
मुझे देखे तो होंठ तक हिलाती भी नहीं

यूं तो ख्वाबों में रोज मुझे सताती है
पर खोलूं आंखें तो नजर आती भी नहीं

चाहत है के वो रूठे तो मैं मना लूं उसको
तन्हा वो बैठी है पास आकर मनाती भी नहीं

रात दिन अब उसका ही तसव्वुर रहता है
नटखट सी है बहुत अपना वो मुझको बनाती भी नहीं

वो पागल सी लड़की पास आती भी नहीं...❤🌸✨💫


𝐊𝐀𝐍𝐈𝐊𝐀:
अगर आप अपनी जगह सही है तो आप किसी को साबित करके मत दिखाइए


हो गई शाम किसी के
इंतजार में
ढल गई रात उसी के
इंतजार में
फिर होगा सबेरा उसी के
इंतजार में
इंतजार की आदत पड़ गई उसी के
इंतजार में....!!🥀😔

बहुत विनम्रता चाहिए रिश्तों को निभाने के लिए
छलकपट से तो सिर्फ़ महाभारत रची जाती है !! 💯🌿


सुनो ..
बोलते तुम नहीं तो बुलाते हम भी नहीं
खामोशियाँ जिसका जवाब हो ..उसे बुलाते हम भी नहीं


सुनो ...
हाथ में पकड़े मोबाईल की अहमियत
पास बैठे इंसान से ज्यादा हो चुकी है
#सच्चाई 💐


"सुला" चुकी थी ये दुनियाँ थपक-थपक के मुझे
जगा दिया तेरी "पाजेब" ने खनक-खनक के मुझे

जाओ अपना चेहरा धो कर आओ

जितना कुछ है सब खो कर आओ
बफा पर शायरियां लिखते हो,
होश उड़ जाएंगे
एक बार उनकी महफिल से होकर आओ


ऐ ज़िन्दगी,
जब भी चाहा तुझे समेटना,
तू कुछ और बिखर गई...
जब- जब चाहा सुलझाना,
पड़ती गई, कुछ गांठें,
रिश्तों की रेशमी डोर उलझती गई...
पलकों से चुने तो थे, कुछ मोती ही
पर आंखों में किरकिरी सी चुभन रह गई...
लुटाए तो हमेशा फूल ही थे,
बदले में जाने क्यों, कांटों की सौगात ही मिली,
चाहा था तुझे हथेलियों में सहेजना,
पर तू तो रेत की मानिंद फिसलती ही गई...
अब तू ही बता सहेजूं तुझे, संवारूं तुझे
या रहने दूं, यूं ही बिखरी -बिखरी
उलझी -उलझी...🥺
🖤🥀


आज परछाईं से पूछ लिया क्यों चलती हो मेरे साथ
उसने भी हंस कर कहा और है ही कोन तेरे साथ..
🖤🥀🧸


फिर से सो जा ए दर्द - ए - दिल 💔
धुन्ध बहुत हैं तेरे शहर में.....!
अपने दिखते नही हैं और
जो दिखते है वो अपने नही हैं!!😔


चांद भी खूबसूरत है लेकिन
वो दाढ़ी वाले खड़ूस की बात ही अलग है 🫣😅


मुझको जिन्होने क़त्ल किया
है कोई उन्हे बतलाये नज़ीर
मेरी लाश के पहलू
वो अपना ख़न्जर भूल गये...!!
🌻❤️‍🔥


एक सुनसान रास्ते में कुछ पड़ा था.....
सर इधर धड़ उधर पड़ा था...🥀
खून से सनी सड़क थी....
मेने ने पूछा ...
ये कोन बेदर्द कमबख्त था....💔
ओर किस्से लड़ पड़ा था...🖤
पास में खड़े शक्स ने कहा ..??? ✨
में मोहब्बत हु उसकी ..
ये मुझसे लड़ पड़ा था...!!🥺🥺


यह रिश्ता के सिलसिले इतनी अजीब क्यों है
जो हिस्सा नसीब में नहीं वही दिल के इतने करीब क्यों है ..🥀🥀
न जाने कैसे मिल जाती है लोगों को उनकी चाहत ....♥️
आखिर किस पूछ.. ??
आखिर किस पूछे..??
हमें ही इतने बदनसीब क्यों है...***


अल्फाज तो जमाने के लिये हैं,तुम आना,
तुम्हें हम दिल की धडकनें सुनायेंगे.


यहाँ तो मतलबी सभी हैं, फिर किस बात का गिला है,
अरे कल तुम थे उस अकड़ में, अब ये मेरा फैसला है...
कुछ इतनी शानदार होनी चाहिए ना ये ज़िंदगी,
आखिर में तालियां बजे जब कोई कहे........
और ये कहानी थी उसकी ...


लहज़ा बदल गया है,
चिड़चिड़ा सा रहता हूँ
थोड़े दिन ख़राब चल रहे हैं
और कोई बात नहीं
लोगो की शिक़ायत रहती है कि
मैं पहले जैसा नहीं रहा
मुझे पहले कैसा था
मुझे खुद भी याद नहीं है..!!✍️
__🖤🥀


जज्बातों का एक झोंका है, कि तुझे बाहों के दरमियां रखूं !
हालातों का दायरा ऐसा, कि सिसकियां छुपाने को मुँह दबाकर रखूँ !!


सुनो ...
मुझे चाहिए कोई ऐसा जो मुझे दे 2 करोड़ का लोंन ...
फिर छोड़ दे अलोंन. ..है कोई ऐसा...
😂🤣🤣😜🫣🫣🙈


ज़िंदगी तब तक मुस्कुराएगी ,
जब तक आप मुस्कुरा रहे है
ज़िंदगी तब तक चलती जाएगी
जब तक आप चलते जा रहे है..✍️
सुप्रभात मित्रों ❤️😊
राधे राधे 🙏🙏


योग्यताएं कर्म से पैदा होती है,
जन्म से तो हर व्यक्ति शून्य होता है..🤗


मैं बिखर रहा हूं!
वो सवंर रही होगी!!
मैं तड़प रहा हूं!
वो हँस रही होगी!!
मैं बेरंग पानी सा हूं!
वो गुलाल में रंग रही होगी!!
मैं जाम में पागल हूँ!
वो घरवार में पागल होगी!!
मेरा इश्क़ खत्म नही हुआ!
वो दुलार में पड़ी होगी!!
मेरी बातें भाती नही किसी को!
वो घर की महफ़िल में होगी!!
मेरी सांसे कम बची है!
वो सुहाग बचा रही होगी!!
मैं दर दर भटक रहा हूँ!
वो अपना घर सजा रही होगी!!
मैं घुम रहा हूँ बेहोश बेतहाशा!
वो कुल्लू की सर्दियों सी किसी के आगोश में होगी!!
मैं कितना हुआ उसका!
क्या वो मेरी कभी नही होगी!!


सोचा था आज नही
देखेंगे तुम्हारी तरफ़ पर
तुम कमबख्त आज फिर ,
जुल्फें खोलकर आ बैठी ...!!🥀
🖤🌻


सुनो,
नहीं रहूँगा मुन्तज़िर कभी किसी शहज़ादी का,
मेरी ज़िंदगी में आख़िर तक तुम ही हुक्मरानी करना.....❤🌸✨💫


माना कि आप को,
हँसाने का ठेका मैंने ले रखा है...
पर दाँत साफ़ रखने की,
ज़िम्मेदारी तो आप की खुद की है..
कल सवेरे अच्छे से 🦷 कुचु कुचु कर लेना😛😛😁😁😁😁 good morning
😜🦋


खबरदार अगर
उसे बेवफा
या
धोखेबाज कहा तो।
उसे हर लड़के में
मै नजर आता था, इतना प्यार करती थी वो मुझसे
😂😂😂😂


जीवन में हमेशा एक व्यक्ति ऐसा जरूर होता है जो वास्तव में हमारी फिक्र करता है💯


𝐋𝐎𝐕𝐄 𝐒𝐇𝐀𝐘𝐀𝐑𝐈 𝐀𝐃𝐇𝐎𝐎𝐑𝐀 𝐏𝐘𝐀𝐑:
जरूरी नहीं है की
इश्क बाहों के सहारे मिले
किसी को जी भर के
महसूस करना भी मोहब्बत है
@loveshayriuk


एक रात, एक बात लिखेंगे..
हर कोई पढ़ सकें, इतना साफ लिखेंगे..
कोई जज़्बात नही, अपने ही अरमान लिखेंगे..
हसीन-ए-आलम नही, अपने ही हालात लिखेंगे..
बहुत शिकायत है, हमे तुझसे-ऐ-जिंदगी..
अब तेरे बारे में भी, एक किताब लिखेंगे..
लिखते-लिखते, खत्म ना हो जाए ये जिंदगी..
एक ही शब्द में, पूरी कायनात लिखेंगे..!!
✅💯🥀


पुरानी दिल्ली के अदब–सी पहचान हैं उनकी
नज़ाकत भरी ऊर्द–सी ज़ुबान हैं उनकी
झुमका , लहंगा , काजल
बा–अदब गुलाम बने हैं
फूलों में गुलाब के जैसी
पहचान हैं उसकी ...!!


मेरी चाहतों को ख्वाइशो को बढ़ाया जा रहा है
मैं मर चुका हु मुझे दुबारा जिंदा किया जा रहा है
मुद्दातो पहले ख्वाब देखा जिससे मेने भुला दिया था
फिर से इक शख्स वही ख्वाब दिखाए जा रहा है....


बारिश से भी ज़्यादा तासीर है तेरी यादों में,
हम अक्सर बंद कमरे में भी भीग जाते हैं।


वो भी क्या समय था
🥰®🔥
जब तक मैं post नही करता था लड़कियां खाना तक नही खाती थी
🤣🤣🤣 Good afternoon


कभी शिद्दत से गर्मी, कभी बारिश की फुहारें,
ये सितंबर, ये मोहब्बत, समझ से बाहर है हमारे...❤️


हर किसी को चांद नसीब नहीं होता,
हर किसी को सितारा नसीब नहीं होता 😔
और किसी के पैर के नीचे बिछते है मखमल के गलीचे, और किसी को ओढ़ने तक कफन नसीब नहीं होता 💔
आप तो गैरों की बात करते हो हमने अपने भी आजमाएं है,,
लोग कांटो से बचकर चलते है, ये हमारा रास्ता है हम तो खुद कांटे है 💔


यारों वफा का हक हर किसी को मिलना चाहिए,
वो एक पल ना मिले तुमसे,
दूसरों को सुकून क्यों देना चाहिए 😔


महज़ वो हँसी है,
जिसके लम्हे मुझसे गहरे हो गए हैं।
उसके बारे में बात न करूँ तो मेरी शायरी,
कहीं अधूरी रह जाएगी।😞💔


बीते हफ्ते खुद को ढूँढा,
सच कहूँ मैं ख़ुद को ही खोने लगा हूँ...
दिल में प्यार तो बहुत है,
पर खुद से गुस्सा कर बैठा हूँ...!! 😶‍🌫️🌪️


खून की नदियाँ बहाने की सज़ा मिली,
सूरज की रौशनी में जलाने की सज़ा मिली।
सोचते हैं कि इतना दर्द सहकर भी,
क्या खाक़ हमें सुकून की सज़ा मिली।


ज़िंदगी की चुप्प का जवाब भी सुना,
खबर आई है कि पत्ते भी शायरी कर रहे हैं।


पलकों को छुपाते रहना,
छोटे छोटे ख्वाबों में ही सुकून मिलेगा।
रात की चाँदनी में ढल जाओ,
दिन की हकीकत को बेवजह न दिखाओ।😌🌙


एक ताजिंदगी ख्वाब था...
मिलकर गुजरे सभी ख्वाब एक साथ ही बिखरते गए...
सच्चाई में बिखरे ख्वाब
सपनों की तरह ही बिखर गए...!!


खुद से ही कुछ बातें कर लू,
मुझे खुद को ही समझने की जरूरत है।
खुद से ही उलझ लूँ,
शायद मुझे खुद से ही प्यार हो जाए।💕


जिंदगी की किताब की सबसे प्यारी कहानी,
जिंदगी खुद है, न जाने कितनी रंगीन हो सकती है।


गुज़र जाती है शाम मेरे तेरे बिना,
जैसे आम की बगिया हो बिना अम्बा के...
गुज़र जाती है सुबह तेरे बिना,
जैसे गज़ल की किताब हो बिना गज़ल के...🥺


सच में ही सज़ा मिली थी,
खुद को और खुद के दिल को इन्साफ देना पड़ा,
रातें भी हर वक्त चुप रहीं,
सज़ा की अपनी मिठास को भुलाना पड़ा... 💔


बाहों में सजे ख्वाब जब चुराए जा रहे हैं,
ज़िंदगी के सफर की गाड़ी,
यादों के ज़ख्म अब भूले जा रहे हैं।


वो भी क्या समय था
जब ख़ामोश रहकर भी,
दिल से दिल की बात होती थी..🌹


आज़ादी का तो सिर्फ ख्वाब है,
ज़िन्दगी में खुश रहना भी एक हकीकत है।
छोटे छोटे सुख ही सही,
उनके लिए जिंदगी भी पूरी हो जाती है। 🌹


ज़िंदगी में तो आदतें भी बदल जाती हैं,
फिर भी कुछ बातें ऐसी होती हैं जो कभी नहीं बदलती।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ