विश्वास और प्रेम: ज़िन्दगी के जज्बातों की गहराई
प्रस्तावना:
जीवन में कई बार ऐसे पल आते हैं, जब हमें भगवान पर विश्वास करने और कठिन समय से गुजरने की ज़रूरत होती है। चाहे वह जीवन की मुश्किलें हों या प्यार और रिश्तों की गहराई, हर भावना हमारे भीतर एक अलग अहसास जगाती है। इस ब्लॉग में, हम विश्वास, प्रेम, और जीवन की इन जज्बातों को शब्दों के जरिए महसूस करेंगे।

1. विश्वास करो भगवान का
विश्वास करो भगवान का
कुछ ही समय की तो बात है।
फिर से खुशहाली आएगी।
ये खूबसूरत वसुंधरा।
फिर हरी भरी हो जाएगी।।
श्री राम रहे वर्षों वन में।
हमको तो घर में रहना है।।
जो कष्ट सहे रघुनन्दन ने।
हमको उनको ना सहना है।।
कोई फिक्र नहीं कुछ दिन।
यदि अलग अलग रह जाएँगे।।
जंग जीत ली जो हमने।
सब मिलकर त्यौहार मनाएँगे।।
2. महादेव की कृपा
"अगर इस समय आप किसी हास्पिटल के अंदर या बाहर ऑक्सीजन और दवाईयां नहीं ढूंढ रहे हैं, तो समझिए कि बहुत बहुत कृपा है आप के ऊपर महादेव की।"
सोने से पहले अपनी आती जाती सांसों को महसूस कर लिजिए, लाखों लोग तड़प रहे हैं इसके लिए...!!!
कभी तो याद भी नहीं रहता था कि सांस कब और कैसे ले रहे हैं, और अब, आती जाती सांसों पर ईश्वर का धन्यवाद कर रहे हैं।
काशी विश्वनाथ और मां गंगा इन सांसों का आना-जाना ऐसे ही बनाए रखें।
हर हर महादेव।
3. इश्क और अहसास की बातें
मैं अपने इश्क को
जाहिर करने के लिए
खोज निकालता हूं
उपमा नित नई,
संभव हो पाए तो
तुम खोज लाना
मुझसे मिलने या
बात कर पाने के
चंद लम्हें कभी।
4. रूह की ज़रूरत
सुनो
तुम्हारा स्पर्श
मेरे जिस्म की नहीं
मेरी रूह की ज़रूरत है।
तुम्हारा अहसास
मेरा मेरे होने का अहसास है।
तुम्हारी हंसी
मेरे होंठो की मुस्कान है।
तुम्हारी आवाज़
मेरी रूह का सकून है।
तुम्हारे शब्द
मेरे अर्थ की पहचान है।
तुम्हारी खामोशी
मेरी धड़कन की चुप है।
तुम्हारी सांस
मेरी सांसों की रवानी है।
तुम्हारा प्रेम
मेरी आत्मा का लिबास है।
सुनो,,,,
तुम्हारा जाना
मेरी आखिरी सांस है!!!
5. जीवन का सफर और प्रेम
अपनी छोटी सी ज़िन्दगी में
इतना तो कर जाएंगे,
किसी की आंखों में
तमाम उम्र जिएंगे,
किसी के दिल में
चुपचाप मर जाएंगे....!! ❤️👫🌹
6. वो मेरी इबादत है
मैं आदत हूँ उसकी,
वो ज़रूरत है मेरी।
मैं फरमाइश हूँ उसकी,
वो इबादत है मेरी।
मैं ख्वाब हूँ उसका,
वो हक़ीक़त है मेरी।
समापन
इन शब्दों में सिमटे भाव और एहसास यह सिखाते हैं कि जीवन में विश्वास, प्रेम, और साथ की क्या अहमियत है। चाहे कठिनाइयाँ हों या खुशियों के पल, जब हमें सही लोगों का साथ मिलता है, तो हर कठिनाई हल्की महसूस होती है। अपने जीवन के हर पल का आनंद लें और अपने प्रियजनों को बताएं कि वे आपके लिए क्या मायने रखते हैं।
हर हर महादेव।
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