❤️ शायरों की महफ़िल ❤️
1. सम्मान और ठुकराना
"अपनाना भी सीखिए, ठुकराना भी सीखिए, पर जहां सम्मान नहीं वहां से उठकर जाना भी सीखिए…!"
ज़िंदगी में सम्मान का मूल्य समझना ज़रूरी है। जहां सम्मान न हो, वहां से अपने आपको हटाना भी एक कला है।
2. मोहब्बत और जिस्म
"लड़की से बात करने का मतलब सिर्फ ‘पटना और पटाना‘ ही नहीं होता दोस्तों,,, ‘इश्क‘ और ‘जिस्म‘ के सिवा और भी बहुत कुछ है दुनिया में...."
सच्चे रिश्ते केवल बाहरी आकर्षण से नहीं बनते, उनमें गहरी भावनाएँ और समझ भी शामिल होती है।
3. आतबार और प्यार
"बेशुमार सा कुछ लिखना था मैंने तुम पर, एतबार लिख दिया."
कभी-कभी दिल की गहराइयों को शब्दों में बयां करना मुश्किल होता है, लेकिन सच्चा एतबार ही सब कुछ कह देता है।
4. मोहब्बत की तड़प
"उसे किसी से मोहब्बत थी और वो मैं नहीं था, ये बात मुझसे ज्यादा उसे रुलाती थी."
जब आप किसी के लिए खास होते हैं और वो आपको स्वीकार नहीं करता, तो यह एहसास बहुत दर्दनाक होता है।
5. फ्लर्ट और सच्चाई
"पटने के बाद हर लड़की अपने बॉयफ्रेंड से यही कहती है, 'पता नहीं तुमसे कैसे पट गई, अच्छे-2 को घास तक नहीं डालती थी मैं'."
कभी-कभी हम अपनी सच्चाई से बाहर निकलकर केवल झूठी बातों को ही मानते हैं।
6. बीवी और पसंद
"अपनी बीवी की पसन्द पर कभी मत हँसो, क्योकि तुम उनमे से एक हो...😯😯, अपनी पसन्द पर कभी घमण्ड मत करो..क्योकि तुम्हारी बीवी उनमे से एक है😝😜"
सभी की पसंद और नापसंद का सम्मान करना चाहिए, और कभी भी अपने आत्म-संस्कार पर गर्व नहीं करना चाहिए।
7. खुद को पढ़ना
"मुझको पसंद है अक्सर खुद को ही पढ़ना, एक किताब है..जो कही मुझमें ही सफर करती है....."
आत्मज्ञान और आत्म-मूल्यांकन जीवन की महत्वपूर्ण बातें हैं। खुद को जानना और समझना एक व्यक्तिगत यात्रा है।
8. भीतर की टूटन
"जब इंसान अंदर से टूट जाता है, तो बाहर से खामोश हो जाता है."
अंदर की पीड़ा अक्सर बाहर से स्पष्ट नहीं होती, और यही खामोशी अक्सर सबसे ज्यादा दर्दनाक होती है।
9. सल्तनत का सपना
"तम्हारी सल्तनत का मैं, अगर राजा ना बन पाऊँ, हमारी सल्तनत की तुम, माहारानी बन जाना।"
सपने कभी अधूरे नहीं होते, अगर आप किसी को अपना राजा या रानी नहीं बना सकते, तो भी उसकी महत्ता को मानना चाहिए।
10. परायापन और असलियत
"तू बेटी है किसी और की, तुझे 'मेला बच्चा' कहकर बुलाता कोई और है."
किसी के लिए खास होने का अहसास कभी भी स्थायी नहीं होता, और यह एहसास कभी-कभी कड़वा भी हो सकता है।
11. दो कहानियाँ
"हर एक इंसान की दो कहानियाँ होती हैं... एक वो जो सबको सुनाता है और एक जो वो सबसे छुपाता है...🥺"
हम सभी के जीवन में एक छिपी हुई कहानी होती है, जो केवल हम ही जानते हैं और दूसरों से छुपाते हैं।
12. रिश्ते और दिल
"नाता हम दोनों का टूटा ही कब था, बस तूने ही कहीं और दिल लगा लिया !!"
रिश्तों के टूटने का असली कारण अक्सर हमारे दिल में छुपा होता है, और यह तब स्पष्ट होता है जब कोई नया रिश्ता बनता है।
13. मीठा बोलना
"सलीक़े से हवाओं में...जो ख़ूशबू घोल देते हैं... अभी भी कुछ लोग बाकी हैं...जो मीठा बोल लेते हैं...."
मीठे शब्द और अच्छा व्यवहार कभी भी पुराने नहीं होते, और ये हमें हमेशा याद रखने चाहिए।
14. प्रेम की बातें
"मन प्रेम करता है तो बहाने ढूँढ़ता है मिलने के.. तन प्रेम करता है तो बहाने ढूँढ़ता है छूने के.. प्रेम! प्रेम करता है तो बातें करता है आँखों से.. और.. जीत लेता है 'मन'.."
सच्चा प्रेम सिर्फ शब्दों में नहीं होता, वह आंखों की बातों और भावनाओं से भी प्रकट होता है।
15. खुद की कहानी
"किसी की बात क्या दिल पे लगाऊं. मेरी ख़ुद की कहानी कम नहीं है..."
अपनी आत्मकथा और आत्म-मूल्यता की पहचान दूसरों की राय से कहीं अधिक महत्वपूर्ण होती है।
16. आत्मबल
"कठिन परिस्थितियों में संघर्ष करने पर एक बहुमूल्य संपत्ति विकसित होती है, जिसका नाम है-'आत्मबल'।"
संघर्ष और कठिनाइयों का सामना करने से हमें आत्मबल मिलता है, जो हमें जीवन की चुनौतियों से निपटने की शक्ति देता है।
17. अधूरी जिंदगी
"सिर्फ कहानी नहीं.. जिंदगी भी अधूरी है मेरी....तुम्हारे बिना......"
किसी के बिना जीवन अधूरा लगता है, और यह एहसास जीवन की हर कहानी में प्रकट होता है।
18. सड़क और घर
"तुम्हें जो सिर्फ ठेला दिखता है सड़क पर, असल में वो अपना पूरा घर खींच रहा होता है।"
हर किसी की कठिनाइयों और संघर्षों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि सबके जीवन की कठिनाइयाँ उनके अपने संघर्षों को छुपा सकती हैं।
19. दुआ और चुगली
"आज कल लोग दुआ में कम और चुग़ली में ज़्यादा याद करते हैं"
हमेशा दुआ और प्रार्थना को प्राथमिकता दें, क्योंकि चुगली और नकारात्मकता से बचना ज़रूरी है।
20. इल्जाम और करीबियां
"वक्त बदल गया है दोस्त क्यों यूं ही उस शख्स पर इल्जाम लगाते हो, करीब था वो ... करीब आने से पहले"
समय बदलते हैं, और हमें हर किसी की नज़दीकियों को समझने का प्रयास करना चाहिए।
21. कांच और हीरा
"कभी कांच कभी पत्थर कहते हो यहाँ हर शख्स जानता है तुझे हीरे सा दिल लिए बैठे हो"
हर व्यक्ति की असली कीमत उसकी सच्चाई और दिल से होती है, जो बाहरी दिखावट से परे होती है।
22. फिर भी बंदगी
"दिल है कदमों पे किसी के सर झुका हो या न हो, बंदगी तो अपनी फ़ितरत है, ख़ुदा हो या न हो।"
सच्ची बंदगी और सम्मान किसी भी परिस्थिति में नहीं बदलते, और यह हमारी फितरत का हिस्सा है।
23. रहम और बंदगी
"खुदा तो हर जगह होता है बन्दे, तु बंदगी रखे ना करे, रहमते वो फिर भी करता है"
ईश्वर सभी जगह मौजूद है, और उसकी कृपा हमेशा बनी रहती है, चाहे हम उसकी पूजा करें या नहीं।
24. सुबह की खुशी
"तुझको देखा जो सुबह दिल बड़ा ही रंगीन हो गया है। समझ गया मैं क्यूँ शहर का मौसम हसीन हो गया है।"
कभी-कभी किसी के देखने से ही जीवन की सुबह खूबसूरत लगती है, और यह एहसास पूरे दिन को सुंदर बना देता है।
25. मतलबी दुनिया
"मतलबी दुनिया में सम्भल के चलना....!! यहाँ तो लोग हाथों से दफ़ना कर भूल जाते हैं कि कब्र कौन सी थी..."
समाज में मतलबी लोगों से बचना मुश्किल होता है, और हमें अपने आपको संभाल कर रखना चाहिए।
26. गुस्सा और हंसी
"मेरी फ़िक्र के चलते, मुझसे गुस्सा हो जाना, हुज़ूर मेरे और भी हसीन होने के बहाने ढूंढते हैं।"
किसी के गुस्से और नकारात्मकता के बावजूद अपनी हंसी और खुशियों को बनाए रखना ज़रूरी है।
27. गिला और ठहराव
"वक्त होते तुम तो गिला ना करते, अपने थे फिर भी ना ठहरे।"
अक्सर हमें अपने समय की कीमत समझनी चाहिए और शिकायतों से बचना चाहिए।
28. ख्यालों का सफर
"कुछ ख्याल भी ख्यालों में होते हैं, ना जाते हैं ना मुकम्मल होते हैं...!"
कुछ ख्याल हमारे मन में होते हैं, जो कभी पूरी तरह से व्यक्त नहीं हो पाते, लेकिन उनके असर हमेशा रहते हैं।
29. मंज़िल और खुद्दारी
"ख़ुद पुकारेगी जो मंज़िल, तो ठहर जाऊँगा.... वरना ख़ुद्दार मुसाफिर हूँ गुज़र जाऊँगा.......।"
यदि मंज़िल हमें बुलाएगी, तो हम ठहरेंगे, वरना हम अपनी खुद्दारी के साथ आगे बढ़ जाएंगे।
30. रंगीन जिंदगी
"अजीब रंगों में गुज़री है मेरी ज़िन्दगी, दिलों पे राज किया पर मोहब्बत को तरस गए."
हमारी ज़िंदगी में कई रंग होते हैं, और कभी-कभी हमें उन रंगों में सच्ची मोहब्बत की कमी महसूस होती है।
31. शहर की भीड़
"ढून्ढ तो लेते तुम्हे हम, शहर में भीड़ इतनी भी न थी,, पर रोक दी तलाश हमने क्योंकि तुम खोये नहीं थे, बदल गये थे,"
कभी-कभी हमें लोगों को ढूंढने की ज़रूरत नहीं होती, क्योंकि वे बदल जाते हैं और हम उन्हें पहचान नहीं पाते।
32. मुस्कान की आदत
"परेशान न हो, मैं ग़म में नहीं हूं, सिर्फ मुस्कराने की आदत चली गई है"
कभी-कभी मुस्कान की आदत भी जीवन के संघर्षों को ढक देती है, और हमें अपनी आत्मा की सही स्थिति को समझने की ज़रूरत होती है।
33. तेरे यादों का नशा
"जाम तो उनके लिए है जिनको नशा नहीं होता, हम तो दिनभर 'तेरी यादों के नशे' में यूँ ही डूबे रहते हैं।"
हमारी यादें और प्यार ही हमारे जीवन का सबसे प्यारा नशा होते हैं, और यही हमें जीवन की खुशी देते हैं।
34. मीठा झूठ और कड़वा सच
"सीख रहा हूं मैं भी अब मीठा झूठ बोलने का हुनर... कड़वे सच ने हमसे ना जाने कितने अज़ीज़ छीन लिए...."
कभी-कभी मीठा झूठ भी ज़िंदगी को आसान बनाता है, क्योंकि कड़वे सच हमें बहुत कुछ खोने पर मजबूर करते हैं।
35. काँच की चुभन
"सुख मेरा... काँच के जैसा था... ना जाने कितनों को चुभ गया...."
सुख अक्सर बहुत नाजुक होता है, और कभी-कभी यह दूसरों के लिए समस्याओं का कारण बन जाता है।
36. झूठ और सच
"सच को तमीज़ ही नहीं, बात करने की, झूठ को देखो, कितना मीठा बोलता है!"
झूठ अक्सर मीठा और आकर्षक लगता है, जबकि सच को स्वीकार करना कठिन होता है।
37. ज़िन्दगी की शिकायत
"सरऐआम ये शिकायत है ज़िन्दगी से, क्यूँ मिलता नहीं मिजाज मेरा किसी से !!!"
कभी-कभी ज़िन्दगी हमें उसकी सच्चाई से मिलाने में असमर्थ रहती है, और यही शिकायत हमें सदा बनी रहती है।
38. रिश्ते की सच्चाई
"बस रिश्ता ही तो टूटा है, मोहब्बत तो आज भी हमे उनसे है."
रिश्ते टूट सकते हैं, लेकिन सच्ची मोहब्बत हमेशा दिल में रहती है।
39. जरूरत और दिल से रिश्ता
"रिश्ता वही कायम रहता है, जो दिल से शुरू हो ज़रूरत से नहीं !!"
सच्चे रिश्ते दिल से शुरू होते हैं, ज़रूरत से नहीं। यही रिश्ता स्थायी और मजबूत होता है।
40. नफरत और हंसी
"नफरत के बाज़ार में जीने का अलग ही मज़ा है, लोग रुलाना नहीं छोड़ते हम हंसना नहीं छोड़ते।"
नफरत की दुनिया में जीने के बावजूद हंसना और खुश रहना ज़िन्दगी की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
41. गिले-शिकवे और मौत
"तमाम गिले शिकवे भुलाकर जीया करो यारो, सुना है मौत किसी को मुलाकात का मौका नहीं देती."
जीवन में गिले-शिकवे भूलकर खुशी से जीना चाहिए, क्योंकि मौत हमें किसी और मुलाकात का मौका नहीं देती।
🌊 लहरों की बातें 🌊
1. लहरों का संघर्ष
"मै लहरों को पकड़ता हूँ तो किनारा छूट जाता है, जो किनारों पर ठहरता हूँ तो दरिया रूठ जाता है। एक हसरतें हैं जो दम भरने नहीं देती, एक ज़रूरतें हैं जो ये दम निकलने नहीं देती!"
जीवन की यात्रा अक्सर संघर्ष और टकराव से भरी होती है। हम अपने सपनों को पकड़ने की कोशिश करते हैं, लेकिन कभी-कभी हमें सीमाओं का सामना करना पड़ता है। हसरतें और ज़रूरतें दोनों ही हमें रोकती हैं और कभी भी पूरी तरह से सुकून नहीं देतीं।
2. रिश्तों की सच्चाई
"सारी उम्र गुज़री यूँ ही, रिश्तों की तुरपाई में। मन के रिश्ते पक्के निकले, बाकी उधड़े कच्ची सिलाई में।"
रिश्तों की गहराई और स्थायित्व के बारे में सोचते हुए, हम अक्सर पाएंगे कि कुछ रिश्ते मजबूत और स्थायी होते हैं, जबकि कुछ केवल समय के साथ कमजोर हो जाते हैं। यह जीवन की सच्चाई है कि हमें उन रिश्तों की पहचान करनी चाहिए जो हमारे दिल से जुड़े हैं।
3. मुस्कान की शक्ति
"मुस्कान के मकसद न ढूँढ़, वरना ज़िन्दगी यूँ ही कट जाएगी। कभी वेवजह भी मुस्कुरा के देख, तेरे साथ साथ जिन्दगी भी मुस्कुराएगी।"
मुस्कान केवल एक भाव नहीं, बल्कि जीवन की खुशहाली का प्रतीक है। कभी-कभी हमें बिना किसी वजह के मुस्कुराना चाहिए, क्योंकि यह हमारी ज़िन्दगी को और भी खुशनुमा बना सकता है।
4. आशा और निरंतरता
"हो के मायूस न यूँ शाम से ढलते रहिए, ज़िन्दगी भोर है सूरज सा निकलते रहिए। एक ही पाँव पे ठहरोगे तो थक जाओगे, धीरे-धीरे ही सही राह पे चलते रहिए।"
कभी भी मायूस नहीं होना चाहिए और जीवन की निरंतरता को बनाए रखना चाहिए। चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हों, हमें आगे बढ़ते रहना चाहिए और धीरे-धीरे ही सही, लेकिन हमेशा सकारात्मक दिशा में चलते रहना चाहिए।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें