दिल से निकली शायरी - एक खास जज्बात का ख़ज़ाना
शायरी और इमोशन का गहरा रिश्ता है। जब हम अपने दिल की बात को शब्दों में बयां नहीं कर पाते, तब शायरी के माध्यम से हम अपने जज्बातों को बयां करते हैं। यहां हम आपके लिए कुछ ऐसी शायरी लेकर आए हैं, जो दिल को छू जाएंगी और आपको अपनी जिंदगी के अनछुए पहलुओं पर सोचने पर मजबूर कर देंगी।
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परायों में वफ़ादारी की तलाश
"आप पराये लोगो में वफ़ादारी ढूंढ रहे हो, इस दौर में तो खून के रिश्ते भी दगाबाज़ हैं..."
#__रियल्टी 💐
इश्क़ और मोहब्बत की अजीब रिवायत
"ये इश्क, मोहब्बत की, रिवायत भी अजीब हैं... पाया नहीं है जिसको, उसे खोना भी नहीं चाहते.."
उम्मीद की राह में अकेले
"मत करो उम्मीद किसी से, हर किसी की अपनी दुनिया है... कोई कितना भी अपना क्यों ना हो, पहले अपना ही देखता है..."
बिखरते रिश्तों की हकीकत
"सवारों तो बिखर जाते हैं, समेटो तो बिखर जाते हैं... सब कुछ नहीं हो जाता सिर्फ चाहने से... कभी-कभी ना चाहते हुए भी कुछ लम्हें हाथों से फिसल जाते हैं... कितना भी रख लो बचाकर, कुछ रिश्ते बिखर जाते हैं..."
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दिल के आईने में झांक लो
"सुनो... जब जब दीदार की तमन्ना हो... आँखें बंद कर के दिल के आईने में झाँक लीजे..."
ऑनलाइन रिश्तों का सच
"जिसे ऑनलाइन देख-देखकर मन बार-बार दुखी हो, उसे तुरंत ब्लॉक कर देना चाहिए..!! 🙃"
नाराजगी और जिंदगी का फलसफा
"सुनो... वो बोला, मर जाऊंगा मैं तुम्हारे बिना... मैंने भी कह दिया, कल मरे सो आज मर... अब कब मरोगे, पता नहीं डीपी क्यू ना दिख रही उसकी... लगता है निपट गया... 🤣🤣😂😂🤣😜😜🙈🙈"
मोहब्बत में बेचैनी
"बात करना दूर, मैसेज भी करती नहीं, समुन्दर के उस पार मेरी धरती नहीं... बुत सी बन गई होगी उम्मीद टूटते ही, पत्थर दिल हो गई शायद जलती नहीं..."
जज़्बातों की कीमत
"सुनो... कोई खरीदार है क्या? मुफ्लिसी के दिन हैं, जज़्बात बेचने हैं...!"
#Sathiya
प्रेम की गहराई
"सुनो... आ तुझको इतना प्यार दूँ की जिन्दगी कम लगे... मैं मर जाऊं और तुझे मेरी उम्र लगे..."
वक्त की सच्चाई
"वक्त से दिन और रात, वक्त से कल और आज... वक्त की हर शय गुलाम, वक्त का हर शय पे राज..."
इश्क का आराम
"आशिक को कहाँ आराम है, लबों पर महबूब का नाम है... हम वो नहीं जो हर फूल पर बैठ जाएं, इश्क में दगा हमारे लिए हराम है..."
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दिल का हाल
"मैं अल्फाज़ हूँ, तेरी हर बात समझता हूँ... मैं एहसास हूँ, तेरे जज़्बात समझता हूँ... कब पूछा मैंने कि क्यों दूर हो मुझसे... मैं दिल रखता हूँ, तेरे हालात समझता हूँ..."
दुनिया और प्यार की बातें
"दुनिया बुरी हो सकती है तुम नहीं... लोग बुरे हो सकते हैं तुम नहीं... दुनिया बेवफा हो सकती है तुम नहीं... पागल ठीक हो सकते हैं तुम नहीं... 😂😂😂😂😂"
दिल से आवाज़
"सुनो... दिल से ये आवाज़ आती है अक्सर... क्यों नहीं खफा हो जाते उनसे, जो खफा रहते हैं तुमसे... चार दिन की जिंदगी है, तो खुश रहना ज्यादा जरूरी है..."
खूबसूरत साथ
"पाकर उसका खूबसूरत साथ, सारी मुश्किलों का अंत हो गया... खुशनुमा हो गई जिंदगी, हर मौसम जैसे बसंत हो गया..."
शायरों की बात
"सजा न दे मुझे बेक़सूर हूँ मैं, थाम ले मुझको ग़मों से चूर हूँ मैं... तेरी दूरी ने कर दिया है पागल मुझे, और लोग कहते हैं कि मगरूर हूँ मैं।"
ब्लॉग की शुरुआत में शायरी और विचारों की सुंदरता के बारे में कुछ पंक्तियां लिख सकते हैं। उदाहरण के तौर पर:
"शायरी और विचार हमारे दिल की भावनाओं को व्यक्त करने का सबसे खूबसूरत जरिया हैं। चाहे वह इश्क़ हो, दोस्ती, जिंदगी के फलसफे, या फिर खुद से कुछ कहने की बात हो, हर शेर और हर पंक्ति दिल से जुड़ी होती है। इस ब्लॉग में आपको कुछ ऐसी ही अनमोल शायरी मिलेगी, जो आपकी भावनाओं को छू जाएगी और आपको सोचने पर मजबूर कर देगी।"
शायरी और विचार:
इसके बाद, आपकी दी हुई शायरी और विचारों को एक-एक करके लिखें। हर शायरी के बाद एक छोटी व्याख्या या उससे जुड़े भावनात्मक पहलू पर 2-3 वाक्य लिख सकते हैं।
1. वफ़ादारी और रिश्तों पर शायरी:
"आप पराये लोगो में वफ़ादारी ढूंढ रहे हो...
इस दौर में तो खून के रिश्ते भी दगाबाज़ हैं।"
भावार्थ:
आज के समय में इंसान दूसरों से उम्मीद तो करता है, लेकिन सच्ची वफ़ादारी अब रिश्तों में भी मुश्किल से मिलती है।
2. इश्क़ और मोहब्बत:
"ये इश्क़, मोहब्बत की, रिवायत भी अजीब है..
पाया नहीं है जिसको, उसे खोना भी नहीं चाहते..!!"
भावार्थ:
इश्क़ की कशिश और मोहब्बत की दुनिया में, जिसे हम नहीं पाते, उसे खोने का डर भी हमें सताता रहता है।
3. उम्मीद और रिश्ते:
"मत करो उम्मीद किसी से, हर किसी की अपनी दुनिया है...
कोई कितना भी अपना क्यों ना हो, पहले अपना ही देखता है...!!"
भावार्थ:
रिश्तों में उम्मीदें बंधना स्वाभाविक है, लेकिन हर व्यक्ति का अपना जीवन और प्राथमिकताएं होती हैं।
4. जज्बातों का बिखराव:
"सवारों तो बिखर जाते हैं,
समेटो तो बिखर जाते हैं
सब कुछ नहीं हो जाता सिर्फ चाहने से
कभी-कभी ना चाहते हुए भी
कुछ लम्हें हाथों से फिसल जाते हैं।"
भावार्थ:
कभी-कभी जज्बात और रिश्ते हमारी चाहत से भी परे हो जाते हैं, और हम उन्हें संभाल नहीं पाते।
5. दिल की बातें:
"सुनों... जब-जब दीदार की तमन्ना हो...
आंखें बंद कर के दिल के आईने में झांक लीजे..."
भावार्थ:
दिल की सच्ची तस्वीर को देखने के लिए आंखों की जरूरत नहीं होती, बस महसूस करने की कला होनी चाहिए।
6. ऑनलाइन रिश्ते:
"जिसे ऑनलाइन देख-देखकर मन बार-बार दुःखी हो,
उसे तुरंत ब्लॉक कर देना चाहिए...!!"
भावार्थ:
आजकल के ऑनलाइन रिश्ते कभी-कभी दिल को दुखी कर देते हैं। ऐसे रिश्तों से दूरी बनाना ही सही होता है।
7. मोहब्बत और दर्द:
"दर्द हो या दवा, तेरे हाथ से मिले
राहत हो या सजा, तेरे हाथ से मिले..."
भावार्थ:
इश्क़ में चाहे दर्द मिले या खुशी, अगर वह अपने प्रेमी से मिले, तो वह हर चीज कीमती लगती है।
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इश्क़ और मोहब्बत पर शायरी
"ये इश्क़, मोहब्बत की, रिवायत भी अजीब हैं..
पाया नही है जिसकों, उसे खोना भी नही चाहते..!!"
"बेशुमार तेरे लिए दिल में प्यार रखा है,
छुपा के आँखों में तेरा इंतजार रखा है..."
वफादारी और रिश्तों की सच्चाई
"आप पराये लोगो मे वफ़ादारी ढूंढ रहे हो...
इस दौर मे तो खून के रिश्ते भी दगाबाज़ हैं..."
"सवारों तो बिखर जाते हैं
समेटो तो बिखर जाते हैं
सब कुछ नहीं हो जाता सिर्फ चाहने से
कभी-कभी ना चाहते हुए भी
कुछ लम्हें हाथों से फिसल जाते हैं..."
"मत करो उम्मीद किसी से
हर किसी की अपनी दुनिया है...
कोई कितना भी अपना क्यों ना हो
पहले अपना ही देखता है..."
ज़िंदगी के फलसफे और विचार
"वक़्त से दिन और रात, वक़्त से कल और आज
वक़्त की हर शय गुलाम, वक़्त का हर शय पे राज..."
"जिंदगी में हर कदम पे एक नई जंग है
पंखा 1 पे करो तो गर्मी और 2 पे ठंड है..."
"दुनिया बुरी हो सकती है तुम नहीं,
लोग बुरे हो सकते हैं तुम नहीं..."
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हास्य और व्यंग्य
"सुनो ...
वो बोला.. मर जाउगा मैं तुम्हारे बिना ...
मैंने भी कह दिया ...
कल मरे सो आज मर..."
"सुनो ...
बारिश के मौसम में क्या आपका दिल मचलता है...
क्या पानी में भीगने का भी आपका दिल करता है...
इसमें आपकी कोई गलती नहीं है, इस मौसम में
हर मेंढक ऐसे ही फुदकता है..."
"जिंदगी में हर कदम पे एक नई जंग है
पंखा 1 पे करो तो गर्मी और 2 पे ठंड है..."
दिल की बातें और एहसास
"सुनो ...
जब जब दीदार की तमन्ना हो...
आंखे बंद कर के दिल के आईने में झाँक लीजे..."
"मैं अल्फाज़ हूँ, तेरी हर बात समझता हूँ
मैं एहसास हूँ, तेरे जज़्बात समझता हूँ..."
दर्द और तन्हाई की शायरी
"सजा न दे मुझे बेक़सूर हूँ मैं,
थाम ले मुझको ग़मों से चूर हूँ मैं..."
"चाँदनी-रात में अंधेरा था
इस तरह बेबसी ने घेरा था..."
उम्मीद और प्यार के रंग
"पाकर उसका खूबसूरत साथ,
सारी मुश्किलों का अंत हो गया
खुशनुमा हो गई जिंदगी,
हर मौसम जैसे बसंत हो गया..."
"सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा,
जितना देखेंगे तुम्हें उतना ही प्यार आएगा..."
समाप्ति
शायरी एक भावनाओं का प्रवाह है, जो कभी खुशियों की धारा बनकर बहती है, तो कभी दुख की बारिश में भीगाती है। यह शायरियां भी आपके दिल में अपनी जगह बना लेंगी, और आपको अपनी भावनाओं को समझने का मौका देंगी।
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