दिल की गहराइयों से शायरी का सफर - The journey of poetry from the depths of the heart

दिल की गहराइयों से शायरी का सफर

शायरी के माध्यम से भावनाओं की गहराई


शायरी संग्रह:

  1. "सिर्फ मरे हुए लोग ही नहीं, कभी कभी जिंदा लोग भी लौटकर नहीं आया करते...!!"

  2. "सब को लगा के मैं आज सुबह जल्दी उठ गया.. बस मुझे पाता है के मैं रात भर सोया ही नहीं."

  3. "आहिस्ता-आहिस्ता खत्म हों जायेंगे गम ना सही हम ही सही...!"

"हक जिसका था उसी का रहेगा इश्क एकबार होता हैं बार बार नहीं।"


  1. "किसी कहने वाले ने भी क्या खूब कहा है की, मेरी ज़िन्दगी इतनी प्यारी नहीं की मैं मौत से डरु..!!"

  2. "वो भी ख़ुश है नए आँगन में तुलसी पूजकर,
    मैं भी अपने कमरे के धुएँ में ख़ुद को व्यस्त रखता हूँ!"

  3. "लगता है बातें कही और कर रहे हो
    तभी मुझे इग्नोर कर रहे हो"

  4. "क्या ही करूंगा मैं दुनिया जीत कर ...
    जब आख़िर में तुझे ही हारना है....!"

"थोड़े वक्त और बस
तुम्हें मुझसे आजादी मिलने ही वाली है मैंने covishield लगवाई थी वो भी booster dose...!!"


  1. "नाराज हुई बैठी है शायद वो हमसे...
    लोग जिसे किस्मत कहते है"

  2. "वो सब कुछ छोड़ सकता है पर मुझे नहीं
    'इस तरह के वहम मत पाला करो'"

  3. "मन तो था कि 'मन का हो सब' मगर मन का कभी कुछ हुआ है क्या?"


  1. "पहले जैसी हो जाओ ने मेरे लिए
    मैं तुमसे ही तुम्हारे लिए लड़ रहा हूँ"

  2. "मैं भाजपा सा टूटकर चाहूंगा,
    बस तुम अयोध्या सी मत हो जाना!"

"ससुराल से थक हार कर, इठलाती कहां होगी?
जिनके मायके नहीं होते, वो जाती कहां होगी?"


  1. "सपने मेरे पहाड़ों पर घूमने के हैं,
    और हालात पहाड़ों से कूदने वाले...!"

  2. "उसे भगवान से मत मांगो
    जिसे खुद भगवान ने हटाया हो"

  3. "कोई तरसता रहा फक़त दीदार को,
    किसी को दिखाए गए तिल सारे..."


  1. "जिसे भी मिलोगे, अधूरे मिलोगे...
    बहुत सारे तो तुम मेरे पास रह गए ..!"

  2. "संस्कार अच्छे रखोगी तो ही लाखों दीवाने होंगे वरना केवल इस्तमाल का सामान हो तुम..."


समाप्ति:

इन शायरी के माध्यम से आपने दिल की गहराइयों और जीवन की सच्चाइयों को अद्वितीय तरीके से व्यक्त किया है। ये भावनात्मक शेर पाठकों के दिलों को छूने और उनकी सोच को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। इन शेरों को अपने ब्लॉग पर साझा कर अपने पाठकों को भावनाओं की गहराई से जोड़ें।

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