दिल से निकली शायरी: एक भावनात्मक यात्रा
ज़िन्दगी का मायना
❝ऐसा तो नहीं कि हमको ज़िंदगी प्यारी नहीं,
बात ये है कि तेरे बिना अब ये हमारी नहीं।❜❜
किस्मत की राहें
❝बड़ा मुश्किल काम दे दिया किस्मत ने मुझको,
कहती है तुम तो सबके हो गए, अब ढूंढो उनको जो तुम्हारे हैं।❜❜
मोहब्बत की महक
❝अपनी मोहब्बत की खुशबू से नूर कर दे,
जुदा न हो सकूँ इतना मगरूर कर दे,
मेरे दिल में बस जाए वफ़ा तेरी,
किसी और को न देखूं, मुझे इतना मजबूर कर दे।❜❜
नफरत और मोहब्बत
❝नफरत खुलकर और मोहब्बत छिपकर करते हैं,
हम अपनी ही बनाई दुनिया से कितना डरते हैं।❜❜
नींद की कीमत
❝नींद भी नीलाम हो जाती है बाज़ार-ए-इश्क में,
किसी को भूलकर सो जाना, आसान नहीं होता।❜❜
दिल की सच्चाई
❝दिल से खेलना तो हमें भी आता है लेकिन जिस खेल में,
खिलौना टूट जाए वो खेल हमें पसंद नहीं।❜❜
सिग्नल की यादें
❝हर सिग्नल तेरी याद दिलाता है,
तूने भी रंग कुछ इसी तरह बदला था।❜❜
आँसू और कलम
❝लिखना तो ये था कि खुश हूँ तेरे बगैर भी,
पर कलम से पहले आँसू कागज़ पर गिर गया।❜❜
नसीब की दूरी
❝मिलना इत्तिफाक था, बिछड़ना नसीब था,
वो उतना ही दूर चला गया जितना वो करीब था,
हम उसको देखने के लिए तरसते रहे,
जिस शख्स की हथेली पे हमारा नसीब था।❜❜
सहारा और गम
❝भटकते रहे हैं बादल की तरह,
सीने से लगा लो आँचल की तरह,
ग़म के रास्ते पर ना छोड़ना अकेले,
वरना टूट जाएंगे पायल की तरह।❜❜
खूबसूरती की पहचान
❝आपके आने से ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है,
दिल में बसाई है जो वो आपकी ही सूरत है,
दूर जाना नहीं हमसे कभी भूलकर भी,
हमें हर कदम पर आपकी ज़रूरत है।❜❜
गुरुर और प्यार
❝चेहरे पर हंसी छा जाती है,
आँखों में सुरूर आ जाता है,
जब तुम मुझे अपना कहते हो,
मुझे खुद पर गुरुर आ जाता है।।❜❜
इश्क का जादू
❝चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो,
सांसों में मेरी खुशबू बनके बिखर जाते हो,
कुछ यूँ चला है तेरे इश्क का जादू,
सोते-जागते तुम ही तुम नज़र आते हो।❜❜
उम्मीद और मोहब्बत
❝हम उम्मीदों की दुनिया बसाते रहे,
वो भी पल-पल हमें आजमाते रहे,
जब मोहब्बत में मरने का वक्त आया,
हम मर गए और वो मुस्कुराते रहे।❜❜
दिल की थकान
❝मेरी हसरतों को इतना भी कैद में ना रख ए-ज़िन्दगी,
ये दिल थक चुका है, जमानत कराते कराते।❜❜
दर्द और नींद
❝सब सो गए अपना दर्द अपनों को सुना के,
मेरा भी कोई अपना होता तो मुझे भी नींद आ जाती।❜❜
तकदीर की मांग
❝हम भी मौजूद थे तकदीर के दरवाज़े पे,
लोग दौलत पर गिरे और हमने तुझे माँग लिया।❜❜
जिंदगी की सच्चाइयाँ
❝सोचा नहीं था कि जिंदगी में भी ऐसे फ़साने होंगे,
रोना भी ज़रूरी होगा और आँसू भी छुपाने होंगे।❜❜
दिल की गहराइयों में: भावनात्मक शायरी का संग्रह
शाम की नमी और यादों की कमी
❝शाम से आंखों में नमी सी है
फिर यादों में तेरी कमी सी है❜❜
जिंदगी की अनमोल ख्वाहिशें
❝दफ्न कर दो की सांस न मिले
जब मिले तो तुम मिले
न मिले तो कुछ न मिले❜❜
धड़कनों का दर्द
❝धड़कनें मेरी बेचैन रहती हैं आजकल,
क्योंकि तेरे बिना ये धड़कती कम और तड़पती ज्यादा है❜❜
सज़ा और ख़ुदा की बात
❝सज़ा का हाल सुनाएँ जज़ा की बात करें
ख़ुदा मिला हो जिन्हें वो ख़ुदा की बात करें
उन्हें पता भी चले और वो ख़फ़ा भी न हों
इस एहतियात से क्या मुद्दा की बात करें
हमारे अहद की तहज़ीब में क़बा ही नहीं
अगर क़बा हो तो बंद-ए-क़बा की बात करें
हर एक दौर का मज़हब नया ख़ुदा लाया
करें तो हम भी मगर किस ख़ुदा की बात करें
वफ़ा-शिआर कई हैं कोई हसीं भी तो हो
चलो फिर आज उसी बेवफ़ा की बात करें❜❜
— साहिल लुधियानवी
क़िस्मत का एहसास
❝वो मेरे हाथों की लकीरें देखकर
अक्सर मायूस हो जाती है,
शायद,
उसे भी एहसास हो गया है कि
वो मेरी क़िस्मत में नहीं है❜❜
दुःख और सहनशक्ति
❝जब सहनशक्ति बढ़ जाती है,
तो दुःख छोटे लगने लगते हैं❜❜
🌼
प्रेम की कुर्बानी
❝तू अपनी दुनिया बसा ले मैं नाराज़ नहीं हूं,
जुल्फों में गज़रा सजा ले मैं नाराज़ नहीं हूँ,
हम जुगनू बनकर सुबह तक बुझ जाएंगे,
रक़ीब को भंवरा बना ले मैं नाराज़ नहीं हूँ,
मैंने हर दम तेरी खुशियों की दुआएँ माँगी,
तू अपनी बारात बुला ले मैं नाराज़ नहीं हूं,
तेरा संसार आबाद रहेगा मैं आबाद रहूंगा,
मेरी धड़कनों की दुआ ले मैं नाराज़ नहीं हूँ,
ग़ैर की बाहें तुझे सुकून दे तू सुकून से रहे,
जा थोड़ा सुकून कमा ले मैं नाराज़ नहीं हूँ,
करता हूँ हँसते हँसते विदा तुझको जिंदगी से,
डोली वाले डोली उठा ले मैं नाराज़ नहीं हूँ,
ख़फा नहीं मैं हरगिज़ तेरी बेवफ़ाई से,
घूंघट आखरी बार हटा ले मैं नाराज़ नहीं हूँ❜❜
सच्चाई और वक़्त
❝वक़्त बीत जाए तो लोग
भुला देते हैं,
बेवजह लोग अपनों को भी
रुला देते हैं,
जो दिया रात भर रोशनी
देता है,
सुबह होते ही लोग उसे भी
बुझा देते हैं❜❜
मोहब्बत की कसक
❝आजाद कर दिए हमने अपने मनपसंद लोग,
अब ना कोई ख्वाहिश रही ना कोई रोग❜❜
यादों की अमानत
❝मेरी याद आने के बाद, कोई काम भी नहीं होगा
मेरी याद मिटाने का, कोई इंतज़ाम भी नहीं होगा❜❜
आपसी तुलना
❝अपने दोस्तों से कहते हो, मेरे जैसे बहुत मिलते हैं
तेरे शहर में मेरे जैसा, किसी का नाम भी नहीं होगा❜❜
मोहब्बत की याद
❝अंदर ही अंदर मरोगे, मेरी मोहब्बत याद करके
तुम देखना कत्ल तुम्हारा, सरेआम भी नहीं होगा❜❜
घर और आईने
❝तोड़ दिए मैंने घर के आईने सभी,
प्यार में हारे हुए लोग मुझसे देखे नहीं जाते❜❜
छाँव और धूप
❝मुझे रख दिया छाँव में, खुद जलते रहे धूप में❜❜
प्यार का एक पहलू
❝मैंने देखा है ऐसा एक फरिश्ता, अपने पिता के रूप में❜❜
अधूरा प्यार
❝अधूरा सा इश्क हूँ मैं... कोई मुकम्मल प्यार थोड़े ही हूँ❜❜
शायरी की सच्चाई
❝बक़वास ही होगी मेरी शायरी, कोई राहत या गुलज़ार थोड़े ही हूँ❜❜
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें