शिक्षक दिवस पर विशेष कविता: गुरु के बिना जीवन अधूरा है - Shikshak Divas Par Vishesh Kavita: Guru Ke Bina Jeevan Adhura Hai
शिक्षक दिवस पर गुरु की महिमा पर कविता: ज्ञान की ज्योति
शिक्षक दिवस पर कविता
गुरु की महिमा
गुरु का मार्गदर्शन सर्वोत्तम है,
ज्ञान की रौशनी में सबकुछ सम्भलता है।
हर पग पर सिखाते हैं सही दिशा,
गुरु के बिना जीवन है अधूरी परिभाषा।
शिक्षा की ज्योति से उजाला फैलाते,
हर अंधकार को ज्ञान से दूर भगाते।
सच्चे गुरु की महिमा है अनमोल,
उनके बिना अधूरा है हमारा हर एक ख्वाब।
शिक्षा के मंदिर में दीप जलाते,
सपनों की उड़ान को ऊँचाई देते।
संस्कार और ज्ञान की गंगा बहाते,
हर दिल में उमंग की तरंग जगाते।
गुरु के चरणों में आदर और प्रेम,
उनकी शिक्षा से मिलता जीवन का क़दम।
सत्य और संस्कृति की राह दिखाते,
जीवन के हर रंग को सुन्दर बनाते।
सिखाते हैं हमें खुद को पहचानना,
गुरु का आशीर्वाद है सबसे बड़ा वरदान।
ज्ञान के रथ पर हमें चढ़ाते,
हर मुश्किल को आसान बनाते।
हर बच्चे के जीवन में उजाला भरते,
उनकी मेहनत से सपनों को संवारते।
गुरु की छांव में मन को शांति मिलती,
उनकी शिक्षाओं से जिंदगी की राह सजती।
शिक्षक दिवस पर हम श्रद्धा से कहें,
गुरु का आशीर्वाद सदा हमारे साथ रहे।
सिखाते हैं जो हमें जीवन की कला,
गुरु की महिमा को हर दिन नमन, हर दिन तला।
शिक्षक दिवस पर कविता
शिक्षा का दीप
गुरु का स्थान सबसे ऊंचा,
ज्ञान की ज्योति से है उनका रिश्ता।
सिखाते हैं जीवन का सही मार्ग,
गुरु की महिमा है अपार, उनका संग सच्चा भाग।
शिक्षा का दीप जलाते,
हर अंधकार में उजाला लाते।
सिखाते हैं सही और गलत का भेद,
ज्ञान के खजाने से जीवन को संवारते हैं।
गुरु बनाते हैं हमें बेहतर इंसान,
भूल से हमें राह पर लाते, पहचान।
जैसे चाँद से रात की रौशनी मिलती है,
वैसे गुरु के ज्ञान से जीवन की राह खुलती है।
सत्य और संस्कार की सीख,
गुरु की महिमा की है ये ब्रीफ।
आदर और सम्मान से भरपूर,
गुरु का आशीर्वाद है अमूल्य, है सच्चा सन्दूर।
शिक्षा की ज्योति जलाते,
समाज में नये बदलाव लाते।
हर बच्चे के दिल में प्यार जगाते,
शिक्षा के दीप को हर ओर फैलाते।
गुरु की कृपा से मिलती सफलता की ऊँचाई,
हर मुश्किल से पार पाते, पाते जीवन की समृद्धि।
शिक्षक दिवस पर ये श्रद्धांजलि हमारी,
गुरु के चरणों में नतमस्तक, हम सबकी यह पुकार।
गुरु के आशीर्वाद से ही,
मिलती है हर चुनौती की सुलझन।
शिक्षा के दीप से जीवन जगमगाए,
गुरु की महिमा से हमारा भविष्य चमकाए।
गुरु की अमृत वाणी
गुरु आपकी ये अमृत वाणी,
सदा मेरे दिल में बसी रहे।
सच्चाई की राह पर चलूं मैं,
आपकी दी सीख हमेशा याद रहे।
अच्छा और बुरा का फर्क समझूं,
जब भी चुनाव का वक्त आए।
मार्ग चाहे जैसा भी हो,
उसका सम्मान हर हाल में करूँ मैं।
दीप जलें या अंगारे हों,
आपकी शिक्षाएं जलती रहें।
अच्छाई और बुराई की पहचान में,
आपका मार्गदर्शन सदा रहे।
गुरु आपकी ये अमृत वाणी,
मेरे जीवन की हर सुबह में,
स्नेह और ज्ञान की रौशनी,
सदा मेरे साथ बनी रहे।
शिक्षा का दीप जलता रहे,
आपकी अमृत वाणी के संग।
गुरु की यह सिखाई राह,
हर कठिनाई को पार करें, यही अभिलाषा है।
गुरु महिमा
गुरु की महिमा निशि-दिन गाएँ,
हर पल उनके चरणों में शीश नवाएँ।
जीवन में उजाला भरें हम,
अंधकार को दूर भगाएँ।
सत्य के पथ पर चलने की शिक्षा,
गुरुदेव से मिलती यह सुचना।
पर्यावरण का ख्याल रखें हम,
धरती पर हरियाली फैलाएँ।
पानी का महत्व समझें,
हर बूँद की रक्षा करें।
खुद को न बस जीएँ,
दूसरों के काम भी आएँ।
मात-पिता, गुरु और राष्ट्र की सेवा,
हमारा पवित्र संकल्प सदा रहे।
गुरुदेव की बातों को मानें,
जीवन को सफल बनाएँ।
गुरु की यह शिक्षाएँ अमूल्य,
सच्चे मार्ग पर चलाएँ।
जीवन की राह में हर मोड़ पर,
गुरु की महिमा हमें याद आए।
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