Betrayal Shayari: दिल की बातें और एहसास - Heartfelt feelings and emotions

Betrayal Shayari: दिल की बातें और एहसास

धोखे का दर्द शब्दों में बयां करना आसान नहीं होता, लेकिन शायरी के माध्यम से हम अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं। यहाँ कुछ शायरी आपके लिए पेश है, जो betrayal के अनुभव को बयां करती हैं:


1.
उसकी यादें सदाबहार हैं,
मगर अब वो मेरी पहुंच से बाहर है,
पाकर भी करूंगा क्या,
वो तो हमेशा से एक धोखेबाज है।


2.
ज़ख्म पुराने हुए कोई तो नया ज़ख्म दे जाओ,
चलो आओ फिर से वही इश्क़ ले आओ।


3.
दीवानगी की सितम तो देखो,
धोखा मिलने के बाद भी,
चाहते हैं हम उनको।


4.
जब तुमसे मुझे धोखा मिला तो ये,
एहसास हुआ तुम कलाकार भी कमाल के हो।


5.
कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त,
सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया।


6.
कितनी मिन्नतो के बाद भी वो जुदा हो गए,
जब बात साड़ी तक आई तो वो बेवफा हो गए।


7.
धोखेबाजों का चलन है साहब,
वफ़ा करने वालो की कहाँ कदर है।


8.
हंसना हमें भी आता था,
किसी ने रुलाना सिखा दिया,
बोलने में हम भी माहिर थे,
किसी ने चुप रहना सिखा दिया।


9.
एक मैं ही अकेला था,
बाकी सारा काफिला भी उसका था,
एक साथ चलने की सोच भी उसकी थी,
और बाद में रास्ता बदलने का फैसला भी उसी का था।


10.
धोखा भी बादाम की तरह है,
जितना खाओगे उतनी अक्ल आती है।


निष्कर्ष:

ये शायरी न केवल हमारे दर्द को व्यक्त करती हैं, बल्कि धोखे के अनुभव को भी सामने लाती हैं। रिश्तों में धोखा खाने के बाद भी हमें आगे बढ़ना चाहिए, क्योंकि जीवन में हर नया दिन एक नई शुरुआत का अवसर है।

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