दिल से निकली शायरी - भावनाओं का सफर
शायरी के माध्यम से दिल की गहराइयों को बयां करना एक कला है, और आप इसे खूबसूरती से करते हैं। कभी यह प्यार की मिठास, कभी जुदाई का दर्द, तो कभी जिंदगी की सच्चाइयों का आईना बन जाती है। आइए, आज आपके साथ कुछ खास शायरी साझा करते हैं, जो दिल को छू लेंगी।

1. खामोशी का एहसास
"इतना भी जरूरी न था कि मैं कुछ बोलूं
या कुछ बोलो ही तुम
हम ने महसूस किया ही है
कि टूटता ही है कुछ न कुछ बोलने से
नहीं बोलने का अर्थ खामोशी ही नहीं, कुछ और भी होता है।"
शब्दों के पीछे छिपी भावनाओं का समझना जरूरी नहीं है, कभी-कभी खामोशी भी बहुत कुछ कह जाती है।
2. इश्क़ का हिसाब
"उसकी 'मोहब्बत' का अब कैसे हिसाब हो
जो गले लगा कर कहती है कि आप बड़े खराब हो।"
मोहब्बत में शिकायतें भी मीठी लगती हैं, जब वह आपके दिल के सबसे करीब हो।

3. रात की तन्हाई
"फिजां में महक रात चांदनी है मगर
शहर सोया जान पड़ता है।
चाहता है दिल किसी से राज़ की बातें करें
फूल आधी रात का आँगन में है महका हुआ।"
रात की खामोशी और दिल की बातें, जब सारा शहर सो जाता है, तब हमारी भावनाएं जाग उठती हैं।
4. यादों की परछाइयाँ
"कागज के फूलों की खूशबू भर जाती है आंखों में
तेरे इन पुराने खतों में तेरा साया दिखता है।"
पुरानी यादों की मिठास हमेशा ताजगी लाती है, और वह खास पलों की महक हमें हमेशा सहेज कर रखती है।

5. गैरों में अपनों की तलाश
"हर एक चेहरे पे गुमान उसका था
बसा ना कोई दिल में ये खाली मकान उसका था।
तमाम दुःख मेरे दिल से मिट गए, लेकिन
जो न मिट सका वो एक नाम उसका था।"
दिल में बसी किसी की यादें हमें ताउम्र परेशान करती हैं, जब वो शख्स दिल में घर कर लेता है।
6. दोस्तों की यादें
"मैं यादों का किस्सा खोलूँ तो, कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं
मै गुजरे पल को सोचूँ तो, कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं।
धीरे धीरे उम्र कट जाती है...
जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है,
कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है,
और कभी यादों के सहारे ज़िन्दगी कट जाती है।"
दोस्तों की हंसी और संगत की यादें जिंदगी के सफर को और भी खूबसूरत बना देती हैं।
7. जुदाई का दर्द
"मुस्कुराने की आदत भी कितनी महंगी पड़ी हमे
छोड़ गया वो ये सोच कर कि हम जुदाई मे भी खुश हैं।"
मुस्कान की आड़ में छिपी दर्द भरी भावनाएं किसी को नजर नहीं आतीं, पर वो हमारे दिल में हमेशा रहती हैं।
8. वक्त की सच्चाई
"कोई नहीं होता हमेशा के लिए किसी का
लिखा है साथ थोड़ाथोड़ा सभी का।
मत बनाओ किसी को अपने जीने की वजह
क्योंकि जीना है अकेले, यह असूल है ज़िंदगी का।"*
ज़िंदगी के असूल हमें सिखाते हैं कि कोई भी स्थायी नहीं होता, और हमें अपनी राह खुद बनानी होती है।
9. उलझनों का सफर
"गलतफहमियों की हद तब हुई
जब हमने उनसे कहा 'रुको..., मत जाओ...'
और उन्होंने सुना 'रुको मत... जाओ।'"
छोटी-छोटी गलतफहमियां रिश्तों को उलझा देती हैं, और कभी-कभी बातें सही मायने नहीं समझ पातीं।

10. दिल की पुकार
"तुझे मुफ्त में जो मिल गए हम
तू कदर ना करें ये तेरा हक बनता है।"
जब कोई आपकी कद्र नहीं करता, तब हमें खुद को समझाना जरूरी होता है कि सबकी नजरों में हम खास नहीं होते।
निष्कर्ष:
शायरी केवल शब्दों का खेल नहीं, बल्कि भावनाओं का इज़हार है। यह दिल की गहराइयों से निकलकर शब्दों के माध्यम से व्यक्त होती है। आशा है कि यह शायरी आपको भी उतनी ही पसंद आएगी जितनी हमें इसे साझा करते हुए हो रही है।
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