Mohabbat Ki Shayari – मोहब्बत की शायरी
मोहब्बत की रिवायत को हम दोनों यूं ही निभाएंगे,
कभी तुम याद आ जाना कभी हम याद आएंगे...!!
ख़फा नहीं होने देंगे कभी दोनों एक-दूसरे को हम,
कभी तुम मुस्कुरा देना कभी हम मुस्कुराएंगे...!!
फर्क पड़ता है तेरे न होने से,
फर्क पड़ता है तुझे खोने से
फर्क पड़ता है तेरे पास होने से
फर्क पड़ता है तुझे सोच रोने से
फर्क पड़ता है तेरी नज़दीकियों से
फर्क पड़ता है तेरी दूरियों से
फर्क पड़ता है तेरी गलतियों से
फर्क पड़ता है उठती उंगलियों से
फर्क नहीं पड़ता ज़माने की बंदिशों से
फर्क पड़ता है सिर्फ तेरी खुशियों से।
#GoodMorning❤️
वो रोज़ मेरी दिल की दहलीज़ पर आता है,
चुपके से रोज़ मुझे सताता है,
करता नहीं इक़रार ज़बा से मगर,
हम जानते हैं वो हमें ही चाहता है!!
चाहतों की सारे हदें तुम पर ही खत्म चाहता हूँ,
तुम्हारे बाद अब मैं कोई इश्क़ नहीं चाहता हूँ।
#GoodMorning❤️
मैं हूं कलमकार, देख लीजिए
लफ्ज़ों से मेरा किरदार, देख लीजिए
जाने से मैं आपको नहीं रोकूंगा लेकिन
इन आंखों में बस एक बार, देख लीजिए
आप आओ या ना आओ, वो आपकी मर्जी है
मैं कर रहा हूं इंतजार, देख लीजिए
आपने मुझसे मोहब्बत तो कर ली है
बाद में आप मुझे बर्बाद करे या इनकार, देख लीजिए।
सपना है इन आँखों में,
नींद कहीं और हैं,
दिल तो हैं जिस्म में,
धड़कन कहीं और हैं,
कैसे बयां करें हम,
अपना हाल-ऐ-दिल,
जी तो रहे हैं मगर मेरी,
जिंदगी कहीं और हैं..
#GoodMorning❤️ #HappySunday☺️
जब ख़यालों में दबे पाँव वो आते हैं
वो मुलाक़ात भी मुलाक़ात हुआ करती है
उसकी ख़ामोशी तूफ़ाँ का पता देती है
उसकी हर बात में इक बात हुआ करती है
ये भी है मोहब्बत में मेरी शायरी का अंदाज़
लब नहीं खुलते मगर बात हुआ करती है...
मेरा न होकर भी,
मेरे हिस्से में बेहिसाब क्यों आया है,
नज़रों से मेरी दूर रहने वाले,
बता मेरे इतने क़रीब क्यों आया है,
महसूस तुझे बग़ैर स्पर्श के किया है मैंने,
ख़ुश्बू बन ज़हन में मेरे तू क्यों समाया है,
न पूछा तूने,
न कभी बताया,
बिना मेरी इजाज़त के,
ख़यालों में मेरे तू क्यों आया है।
उसको दरिया किया और उसका किनारा हुआ मैं,
और फिर कट के उसी दरिया का धारा हुआ मैं,
जागते जागते इक रात गुज़ारी मैंने,
फिर उसी रात के आंचल का सितारा हुआ मैं।
- शकील आज़मी
बुरे वक्त में जो आप से जुदा न हो,
उसे गौर से देखो कहीं खुदा न हो।
हमारे प्यार की तुमको कहानी याद आयेगी,
मिले दरिया जो सागर से रवानी याद आयेगी..!!
कभी तुमने दिया हमको कभी हमने दिया तुमको,
पलटकर देख लेना वो निशानी याद आयेगी..!!
#GoodMorning❤️
मैं हकीकत लिखूं या फसाना लिखूं,
उसको ना देखने का बहाना लिखूं,
बेतहाशा अगर है मोहब्बत उसे,
नाम उसके मैं एक जिंदगानी लिखूं।
#GoodMorning❤️
तेरी तस्वीर, तेरे ख्याल, तेरी याद और तेरे ख्वाब…
सामान सब तेरा ही मिलेगा तुझे मेरे ग़रीब खाने में.......!!
सपना है इन आँखों में नींद कही और हैं,
दिल तो हैं जिस्म में पर धड़कन कही और हैं,
कैसे बयां करें हम अपना हाल-ऐ-दिल,
जी तो रहे हैं मगर हमारी जिंदगी कही और हैं।
#GoodMorning❤️
बहाने बहाने से आपकी बात किया करते हैं,
हर पल ख्यालों में आपसे मुलाक़ात किया करते हैं,
इतनी बार तो आप साँस भी ना लेते होंगे,
जितनी बार हम आपको याद किया करते हैं।
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