इश्क की नगरी से पेश है मोहब्बत शायरी का खज़ाना
हवाएँ बदलती देखी हैं...वफाएँ बदलती देखी हैं...
समाँ बदलता देखा है...
सीमाएँ बदलती देखी हैं...
इंसानी सीरत की तौबा...
उसे ख़ुदा बदलते देखा है...
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मोहब्बत शायरी
मुझे समुंदर से मुहब्बत नहीं है,
मैंने शबनम से दिल लगाया है,
जो मिला नहीं पूरी काइनात में,
मैंने क़तरे में वो सुकून पाया है।
मोहब्बत शायरी
रूह से रूह का जुड़ा है रिश्ता,
चाहत में हमारी हरकत बहुत है,
धन्य हो गया दिल तुझे पा कर,
तेरे इश्क़ में बरकत बहुत है।
#GoodMorning❤️
मोहब्बत शायरी
ख्वाबों का रंगीन होना गुनाह है
इंसान का जहीन होना गुनाह है,
कायरता समझते हैं लोग मधुरता को
जुबान का शालीन होना गुनाह है,
खुद की ही लग जाती है नजर
हसरतों का हसीन होना गुनाह है,
लोग इस्तेमाल करते हैं नमक की तरह
आंसुओं का नमकीन होना गुनाह है,
दुश्मनी हो जाती है मुफ्त में सैंकड़ों से,
इंसान का बेहतरीन होना गुनाह है।
मोहब्बत शायरी
सब हों और तुम ना हो,
कुछ कमी सी लगती है..
तुम हो और कोई ना हो,
जन्नत जमीं पर लगती है।
😍😍❤️😍😍
#GoodMorning❤️
मोहब्बत शायरी
हकीकत नहीं हो तुम मेरा भ्रम हो,
झूठे तो सब हैं तुम थोड़े कम हो।
मोहब्बत शायरी
कसम से इश्क़ ये बड़ा कमाल का है,
आँखे बंद होते ही तुम महसूस होने लगते हो !!
#GoodMorning❤️
मोहब्बत शायरी
मैं प्रीत का बुना हुआ स्वेटर हूं,
तुम लफ़्ज़ों की तुरपाई हो,
मैं बहता सर्द हवाओं सा,
तुम कम्बल और रजाई हो...!!
#GoodMorning❤️
मोहब्बत शायरी
लौट आओ अभी भी कुछ बिगड़ा नहीं,
अभी भी बाकी है एक रात दिसंबर की..🖤
मोहब्बत शायरी
नए वर्ष में नई पहल हो।
कठिन ज़िंदगी और सरल हो।।
अनसुलझी जो रही पहेली।
अब शायद उसका भी हल हो।।
जो चलता है वक्त देखकर।
आगे जाकर वही सफल हो।।
नए वर्ष का उगता सूरज।
सबके लिए सुनहरा पल हो।।
समय हमारा साथ सदा दे।
कुछ ऐसी आगे हलचल हो।।
सुख के चौक पुरें हर द्वारे।
सुखमय आँगन का हर पल हो।।
मोहब्बत शायरी की तरफ़ से आप सभी को नए वर्ष 2️⃣0️⃣2️⃣5️⃣की ढेरों शुभकामनाएँ।
मोहब्बत शायरी
यूँ तो न हुँ शायर न हुँ लेखक कोई,
लिखता न जाने कैसे हुँ ये बात ही कुछ और है,
बस गोते ही लगाता हुँ तेरे ख़यालों के समंदर में,
जो पन्ने पे उतर आए तो बात ही कुछ और है।
मोहब्बत शायरी
मैं कुछ भी करता था मोहब्बत पाने के लिए,
वो मोहब्बत करती थी कुछ भी पाने के लिए।
#deep@shayri_2liner
मोहब्बत शायरी
ये सर्द हवा,ये ओस के कतरे,
लगता है...अब दर्द हुआ है जनवरी को, दिसम्बर के जाने का..!!
#GoodMorning❤️
मोहब्बत शायरी
ना महीनों की गिनती,
ना सालों का हिसाब है..
मोहब्बत आज भी तुमसे
बेइंतहां… बेहिसाब है.!
#GoodMorning❤️ #HappySunday☺️
मोहब्बत शायरी
बहोत मुश्किल में तुम्हें लफ्ज़ों में लिख पाना,
तुम्हें देखना और कम्बख़त होश में रह पाना..!!!
मोहब्बत शायरी
दिल में इंतज़ार और आँखों में इश्क होता है,
किसी और के लिए अब कहाँ वक्त होता है,
ये रूह मेरी ऐ ख़ुदाया,अब मेरी कहाँ रही,
मेरी परछाईयों में भी अब वो शख्स होता है..
झुका देता हूँ अपनी आंखें सजदे में तुम्हारे,
इस दास्ताँ पे मुझे गुमां औरों को *रश्क होता है।
रश्क = ईर्ष्या, जलन।
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