Shayaro Ki Mahfil: Shayari Se Saji Ek Dilkash Sham

❤️शायरों की महफ़िल❤️ (Shayaro ki Mahfil)

Welcome to a gathering of poetic souls, where emotions are shared in verses that speak louder than words. Here are some heartfelt shayaris that express love, pain, memories, and life’s little lessons. Each verse is a window into the heart, and each line touches a different emotion.


1. याद है...
तुमने कहा था -
तुम सिर्फ मेरे हो...
और सिमट गए थे मेरे आगोश में,

आज उन्हीं मीठी यादों का एहसास
सीने में सुई सा चुभता है...

तुम कहाँ हो... नहीं पता, पर
न कोई वादा, न कोई यकीन, न कोई उम्मीद,
पर ये आँखें तुम्हारा इंतजार करती हैं...

  • @Sudhir_Mishra0506

2. किसी ने कहा था तुम
बहुत ही अच्छे हो,
"मैंने कहा"
यही तो खराबी है!


3. भरोसा कभी ऐसा करो,
किसी पर भरोसा करो तो आखिरी सांस तक करो...
या तो सच्चा दोस्त पाओगे,
या अच्छी शिक्षा! 🌹🌹


4. मुझसे नहीं संभलते, ये आजकल के रिश्ते,
चेहरे पर मुस्कान बड़ी, और दिल शतरंज से भरे...


5. सच्चा प्यार नहीं मिलता इस जमाने में साहिब,
तभी तो हर इश्क आज भी राधा और श्याम को ढूंढ़ता है।
जय श्री कृष्णा


6. इस साल भी,
खुद को भूलने की हद तक,
नशे में डूबकर,
लोग स्वागत करेंगे,
नए साल का,
अगले दिन याद रहेगा,
तो बस उस आखिरी रात का,
वो आखिरी पल,
जिसके बाद सिर्फ कैलेंडर नया होगा,
और खुमार उतरने के बाद,
सभी की ज़िंदगी,
वही पहले जैसी होगी,
जिसको भूल जाने के लिए,
उन्होंने किए थे ये सारे जतन...

काश हो पाती, कोई नई बात इस नए साल में...

  • @Sudhir_Mishra0506

7. कुछ इस तरीके से लिपटी थी फूल से तितली,
समझ नहीं आ रहा था कौन किस से प्यार करता है...?


8. प्रेम कभी अपनी जरूरत पूरी करने के लिए नहीं होता,
प्रेम हमेशा एक दूसरे के सुख-दुख में साथ,
और भावनाओं को समझने के लिए होता है,
हम ❤️ तुम


9. माँ, माँ बच्चे की हर चोट पर सिसकी है -
एक पुजारी जब ढोलक बजाता और भजन गाता तब एक
बकरी कहीं से आकर वहां खड़ी हो जाती।
जब रोज ही यह सिलसिला जारी रहा तो पुजारी ने बकरी से कहा

  • तुम यहाँ क्यों आती हो?
    बकरी बोली - तुम्हारी ढोलक में मढ़ा चमड़ा मेरे बेटे का है
    और मेरे बेटे के चमड़े पर पड़ने वाली हर थाप से उसको होने वाले दर्द को महसूस करने आती हूँ...
    हमारे जीवन का हर दिन माँ के नाम समर्पित होना चाहिए क्योंकि वो ही हमारे जीवन का आधार है।

10. जो गरीबों के हक के लिए लड़ते हैं,
वो लड़ते लड़ते आमिर कैसे हो जाते हैं?


11. ना उसकी गलती थी ना गलती मेरी थी,
दोनों की खामोशी ने रिश्ते को तोड़ दिया!!


12. सो गए थे गरीब के बच्चे,
भूखे फुटपाथ पर,

क्या सेंटा क्लॉज रखता है तोहफे,
सिर्फ अमीर बच्चों के हाथ पर।।


13. प्रिय दिसम्बर तुम जा रहे हो,
जाने से पहले, झोली भरकर
सौगातें देकर जाना
रोशन हो सबका जीवन
अंधियारे लेकर जाना

न रहें अश्क आँखों में
चेहरे पे हँसी देकर जाना
मुरझाए उदास दिलों को
खुशियों से भरकर जाना


14. हो सके तो कभी गौर करना...
पहचानना उनको
पर कुछ न कहना...

किताब में रख कर
हौले से...
एक पीला फूल बढ़ा देना...

कुछ लोग बाहर से बसंत...
और भीतर से पतझड़ हुआ करते हैं...!!

😊❤️

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