प्रेरणादायक शायरी और जीवन की प्रेरणा
.png)
जूनून एैसा है के रजिस्तान 🏜में बाग🏞 लगा देंगे तुम 🙍♀मेरी 🙎♂गलती निकालते रहो हम🙋♂ पुरे जमानेमे 🌍अग 🔥लगा दंगे
दूरी हुई तो उनसे, करीब और हम हुए
ये कैसे फासले थे जो, बढ़ने से कम हुएबंदिशे सारी तोड के निकला हूं,
एक ख्वाब है जो हासिल करने निकला हूं,
होसो-आवाज में इश्क़ का नशा करके बैठा हूं,
उसे पाने की जिद सिर पे सवार करके बैठा हूं।बेवजह है ...
तभी तो दोस्ती है...
वजह होती तो ...
..साज़िस होती..!!तुम्हारा ख्याल मेरे मन से जाये भी .......तो जाये कैसे,
कि तुम मेरे ख्याल के.......
........ ख़्यालों मे भी शामिल हो...!!तेरी जगह आज भी कोई नहीं ले सकता,
पता नहीं वजह तेरी खूबी है या मेरी कमी..!!बनके अजनबी मिले है ज़िंदगी के सफर में,
इन यादों को हम मिटायेंगे नहीं,
अगर याद करना फितरत है आपकी,
तो वादा है हम भी आपको भुलायेंगे नहीं।चाहा ना उसने मुझे बस देखता रहा,
मेरी ज़िंदगी से वो इस तरह खेलता रहा,
ना उतरा कभी मेरी ज़िंदगी की झील में,
बस किनारे पर बैठा पत्थर फेंकता रहा।जिम्मेदारियां क्या होती है साहब,
हम मिडिल क्लास वालो से पूछिए.🥀चाहत का क्या ..?
किसी को भी चाह लें...
मसला मोहब्बत का है, सिर्फ एक से होती है..!!इश्क़ ने भी कैसी तबाही मचा रखी है........♥
आधी दुनिया पागल और आधी शायर बना रखी है...!!
जरूरी नहीं हर रिश्ते को मुहब्बत का नाम दिया जाये......
कुछ रिश्तों के जज़्बात...
मुहब्बत से भी पाक होते हैं....!!उदास होने के लिए उम्र पड़ी है,
नज़र उठाओ सामने ज़िंदगी खड़ी है,
अपनी हँसी को होंठों से न जाने देना!
क्योंकि हमारी मुस्कुराहट के पीछे दुनिया पडी हैपैसे की जरूरत सिर्फ जीने के लिए होती है,
पर प्यार की जरूरत पूरी जिंदगी भर के लिए...।फरमान अपनी हदों में रहने का आ गया है,
अब वक्त अलविदा कहने का आ गया हैं.!!
शायरियों, ग़ज़लों, कविताओं में ढूंढना खुद को,
भारी मन से संदेशा दूर रहने का आ गया हैं!!
बांटी थी खुशियां कभी एक दूसरे से मिल के,
अब अपने अपने दुख सहने का आ गया हैं!!
कभी उड़ता रहता था तेरे ख्यालों में यू ही,
उसके लिए फरमान गमे समुंदर में बहने का आ गया है!!
काबिल तो नहीं था कि दे सकू सारी खुशियाँ,
जहाँ रहो खुश रहो वक्त ये कहने का आ गया हैं!!राहों का ख़्याल है मुझे, मंज़िल का हिसाब नहीं रखता,,
अल्फ़ाज़ दिल से निकलते है, मैं कोई किताब नहीं रखता....कहीं इज़हारे-मोहब्बत सुनके खफा ना हो जाए वो
ये सोचके लगता है खामोश रहना ही अच्छा है.सोचती हूं तुम मेरा ख्याल तो नहीं,
और हकीक़त हो गर तो सामने आओ ना,
यूं तो कई बार तुम ख्वाबों में आए हो,
गर सच हो तुम तो बाहों में आओ ना,
हाथों में मेरी लार्जिस हो रखी है,
थाम कर इसे रोकने को आओ ना,
यूं तो रोई कई बार हूं मै तन्हाई में,
आज तन्हा रहने को मन नहीं,
तुम महफ़िल सजाने को आओ ना।ना डरा मुझे ऐ वक़्त नाकाम होगी तेरी हर एक कोशिश
ज़िन्दगी के मैदान में खड़ा हूँ माँ की दुवाओ को लेकर।तारीफे फिर सुन रहा हूं मै कुछ लोगो से
लगता है फिर किसी को मुझसे काम पड़ने वाला है...सुनना है सुनाना है..
रूठना है मनाना है
हँसाना है.. रुलाना है
इस ज़िंदगी का हर लम्हा..
बस तुम्हारे साथ हीं बिताना है!!उसने बचा रखी है लाखो गुड़ियों की आबरू
भगवान बरकत दे उस तवायफ के कारोबार को,🥀
सितम पे सितम कर रही है वो मुझ पर,
मुझे शायद अपना समझने लगी है अब।मंज़िलों से गुमराह भी कर देते हैं कुछ लोग...
हर किसी से रास्ता पूछना अच्छा नहीं होता...!उल्टी पड़ी है कश्तीयाँ रेत पर मेरी,
कोई ले गया है दिल से समंदर निकाल कर..!!💕💕"उम्र और ज़िन्दगी में बस फ़र्क इतना है,
जो दोस्तों के बिना बीती वो उम्र और जो दोस्तों के साथ गुज़री वो ज़िन्दगी !!"💕💦 नज़र से "नज़र" मिलाकर तुम "नज़र" लगा गए....
ये कैसी लगी "नज़र" की हम हर "नज़र" में आ गए.... 💕💦सादगी मशहूर है हमारी,
खुशमिजाजी भी कमाल है।
हम शरारती भी इंतेहा के है,
तनहा भी बेमिसाल है।फरमान अपनी हदों में रहने का आ गया है,
वक्त अलविदा कहने का आ गया हैं.!!अगर मोहब्बत करनी हो तो ..
जरा संभालकर किजीए..
मझाक नहीं इस तुफान मे टिक पाना..
आजकल बेवफाई की हवा चल रही है..उल्फत की बात है जरा सलीके से कीजिए
सड़को पे हाथ पकड़कर मोहब्बत नहीं होती.!“तूफ़ानों से आँख मिलाओ, सैलाबों पर वार करो
मल्लाहों का चक्कर छोड़ो, तैर कर दरिया पार करो”मेरी आँखो ने पकड़ा है, उन्हे कई बार रंगे हाथ..
वो इश्क करना तो चाहते है , मगर घबराते बहुत है..ये खामोश से लम्हें ये गुलाबी ठंड के दिन
तुम्हें याद करते-करते एक और चाय तुम्हारे बिन ... 💞💞💞💞💞💞!!,,निखरि हैं मेरी मोहब्बत,,!!
तेरी हर आजमाइश के बाद!!!!,,सवरता जा रहा है इश्क,,
तेरी हर फरमाइश के बाद!!🥀🥀पानी से रिश्ते , कागजी ख्वाहिशें और तैरने का वहम,
उफ़्फ़ ज़िन्दगी एक लहर से ज्यादा शायद कुछ भी नहीं!!इतनी चाहत से न देखा कीजिए महफ़िल में आप,...
शहर वालों से हमारी दुशमनी बढ़ जायेगी....
यहाँ भी देखें
0 टिप्पणियाँ