आँखों की गहराइयाँ: एक नई दृष्टि

आँखों की शायरी
1.
अगर कुछ सीखना ही है तो,
आँखों को पढ़ना सीख लो,
वरना लफ्ज़ों के मतलब तो,
हजारों निकल आते हैं।
2.
छोटी-छोटी आँखें, पर हैं बहुत खुबसूरत,
इन आँखों की मुझे है बहुत जरूरत।
3.
छोड़ दो करना मेरी,
इन आँखों की तारीफें,
तुम जब मेरे इश्क की,
गहराई ना देख सके।
4.
तेरी आँखों की रोशनी से ही मेरी ज़िंदगी में उजाला है,
वरना हम ढूंढ रहे थे खुद को अंधेरे में।
5.
बहुत बेबाक आँखों में ताल्लुक टिक नहीं पाता,
मोहब्बत में कशिश रखने को शर्माना जरूरी है।
6.
आँखों में नशा ही नहीं, होठों पर जाम भी चाहिए,
ए खुदा, यार मुझे कातिल नज़रों वाला चाहिए।
7.
इतने सवाल थे कि मेरी उम्र से न सिमट सके,
जितने जवाब थे कि तेरी एक निगाह में आ गए।
8.
आँखों में तेरे बसना है,
निगाहों में तेरे रहना है,
तू जानती है मुझे तुमसे प्यार है,
फिर भी "आई लव यू" कहना है।
9.
इशारों के ऐसे तामझाम करते हैं,
तुम्हारी आँखें हर रोज़ कत्ल-ए-आम करती हैं।
10.
दुश्मन बनी बैठी है यह,
शहर भर की इमारतें,
जब से एक महबूब,
की आँखें गली से लड़ी हैं।
11.
न जाने क्यों डूब जाता हूँ मैं इनमे,
दरिया है या फिर समंदर है तेरी आँखें।
12.
तेरी आँखों में मुझे प्यार नज़र आता है,
जब भी तुम मुझे देखते हो,
मेरी आँखों का काजल और,
भी गहरा हो जाता है।
13.
जब जुबान पर पाबंदी लग जाती है,
तो बिना अल्फाज़ कहे नज़रे,
सब कुछ बयां कर जाती हैं।
14.
साकी को गिला है कि उसकी बिकती नहीं शराब,
और एक तेरी आँखें हैं कि होश में आने नहीं देती।
15.
कोई आग जैसे कोहरे में दबी-दबी सी चमके,
तेरी झिलमिलाती आँखों में अजीब सा शमा है।
16.
पर्दा करती हो तो करो,
हम तो फिर भी मोहब्बत करेंगे,
भला जिसकी आँखें इतनी खूबसूरत हों,
तो सूरत तो माशाल्लाह होगी।
17.
तमाम अल्फ़ाज़ नाकाफी लगे मुझको,
एक तेरी आँखों को बयां करने में।
18.
तुम्हारी याद में आँखों का रतजगा है,
कोई ख़्वाब नया आए तो कैसे आए।
19.
आपकी एक ही अदा बहुत पसंद है हमें,
आप होंठों से कम और आँखों से ज्यादा बातें करते हो।
20.
मुझे दिल में बसा ले,
मुझे अपनी आँखों में सजा ले,
मैं तुम्हें बेपनाह प्यार करता हूँ,
मुझे अपनी चाहत बना ले।
21.
तेरी आँखों की गहराइयों को मापना है,
समंदर तो हमें ना डुबा सका।
22.
निगाहें तुम्हारी लाजवाब हैं,
इनमें बसता मेरा ख्वाब है,
तुम्हारा एक अपना ही रुआब है,
जिनमें फिदा ये जनाब है।
23.
तेरी आँखें बहुत सुंदर हैं,
मेरा दिल हो गया बंदर है,
उछल-उछल कर तुझे पुकार रहा,
जैसे मैं रेगिस्तान और तू समंदर है।
24.
आँखों से इशारा करती है,
वो मेरी आँखों में बसती है,
ऐसी खूबसूरत बला है वो,
जो लोगों को आँखों से घायल करती है।
25.
वैसे तो जुबां से चुप रहती है,
पर आँखें बहुत कुछ कहती हैं,
मुझे देखे बिना वो,
एक पल भी नहीं रहती हैं।
26.
हम तो उनकी आँखों में डूब जाना चाहते थे,
मगर वो हमेशा हमसे नज़रे चुराते रहे।
27.
आँखों तेरी है शरबती,
निगाहें तेरी है शरारती,
नैन तेरे हैं कटारी,
जो मुझे हैं बुलाती।
28.
जो लोग दूसरों को रुलाते हैं,
वो क्यूं ये भूल जाते हैं कि,
उनके पास भी आँखें हैं।
29.
कुछ ऐसा लिखूं जो,
तेरी आँखों में दिखाई दे,
अगर बंद भी करे आँखें,
तो तेरी सांसों में सुनाई दे।
30.
तेरी आँखों की तारीफ करते थकता नहीं मैं,
उन्हें देखे बिना एक दिन रहता नहीं मैं,
उनमें ही बस जाऊं, ऐसी आस रखता हूं मैं।
31.
तेरी आँखों में मस्ती है,
जब भी तू हंसती है,
बहुत सुंदर लगती है,
तुझसे ही तो मेरी हस्ती है।
32.
तेरे नैना मुझे ठग लेंगे,
मुझे मुसीबत में डाल देंगे,
इनके लिए बहुतों से लड़ा हूं,
और भी लोगों से निपट लेंगे।
33.
आँखों के इशारे को पहचान लेना तुम,
मुझे अपनी आँखों से बातें करने देना तुम,
जब भी मुझे देखना चाहोगी,
अपनी आँखों में देख लेना तुम।
34.
तेरी नीली-नीली आँखें दीवाना बना देती हैं,
दीवानों की कतार में मुझे खड़ा कर देती हैं,
मैं चाहता हूं उन्हें चूमना,
पर वो अक्सर नजरें फेर लेती हैं।
35.
सबसे हसीन हैं उनकी आँखें,
सबसे लाजवाब हैं उनकी बातें,
मैं चाहता हूं उससे होती रहें,
मेरी यूं ही मुलाकातें।
36.
तुम्हारी आँखों में कैद होना आसान है,
मगर निकलना मुश्किल।
37.
मोहब्बत हमारी तब आसान हो गई जब,
आपकी नज़रों ने पैगाम देना शुरू किया।
38.
नज़रें झुकाकर जब शर्माती हैं,
तब आँखों की खूबसूरती बढ़ जाती है।
39.
तेरी आँखों का हुनर कमाल का है,
जिनको मरने का शौक है,
ये उन्हें भी जीना सिखा देती है।
40.
आँखों में शरारत भरी है,
तुझे बहुत मस्ती चढ़ी है,
देखने के लिए इन आँखों को,
बहुत लंबी कतार लगी है।
41.
मुझे तेरी आँखों को पढ़ना है,
कभी-कभी तुमसे प्यार से लड़ना है,
जब तुम गुस्से से देखती हो मुझे,
तो क्या मुझे तुमसे डरना है?
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