माँ के लिए मैं क्या लिखूँ (Maa ke liye shayari 2 line in hindi)

माँ के लिए मैं क्या लिखूँ (Maa ke liye shayari 2 line in hindi) 

माता-पिता के लिए दो शब्द

माता-पिता के संघर्ष, त्याग और प्रेम को वैसे 2 शब्द में बयां कर पाना मुमकिन नहीं है लेकिन उनके सम्मान में कुछ लाइन नीचे दी गई है जिसे आप उन्हें सुना कर अपना प्रेम उनके प्रति व्यक्त कर सकते हैं –

  • “माता-पिता उस दिए के समान होते हैं जो खुद जलकर भी, अपनी संतान के जीवन को प्रकाशित करते हैं।”
  • “दुनिया के सारे सुख फीके हैं, मेरे माता-पिता के चरणों की धूल के आगे।”
  • “ज़िंदगी में आए हर तूफान से मुझे लड़ना सिखाते हैं, मेरे माता-पिता मुझे निर्भय होकर जीवन जीना सिखाते हैं।”
  • “सच यही है कि मेरे अस्तित्व की कल्पना, मेरे माता-पिता के बिना नहीं की जा सकती है।”
  • “मेरे ग़मों को खुद पर ले लेते हैं, मेरे माता-पिता मेरे आँगन को खुशियों से भर देते हैं।”

ये जो माँ की मोहब्बत होती है ना
ये तमाम मोहब्बतों की माँ होती है !!
माँ के लिए मैं क्या लिखूँ 

मांगने पर जहाँ पूरी हर मन्नत होती है,
माँ के पैरों में ही तो वो जन्नत होती है

एक दुनिया है जो समझाने से भी नहीं समझती,
एक माँ थी बिन बोले सब समझ जाती थी

रूह के रिश्तो की यह गहराइयां तो देखिए,
चोट लगती है हमें और दर्द मां को होता है।

पहाड़ो जैसे सदमे झेलती है उम्र भर लेकिन,
इक औलाद की तकलीफ़ से माँ टूट जाती है

मेरी हर कोशिश को खुदा सफल कर देता है,
मेरी माँ का होना मुझे मुकम्मल कर देता है।

माँ हमें अच्छी जिंदगी जीने की राह बताती है,
और माँ के बिना जीवन नीरस हो जाता है,
माँ के बिना इस सारी दुनिया की कल्पना करना भी मुश्किल है!

माँ शायरी 2 लाइन

किसी को सफलता तो किसी को प्रोपटी मिली,
पर मै खुश हूँ क्योंकि मुझे भगवान के रूप में माँ मिली!


ममता के सागर से भरी है वो माँ की मूरत,
उसके साथ हर चीज़ होती है खुबसूरत!

एक दुनिया है जो समझाने से भी नहीं समझती,
एक माँ अपनी बेटी की सबसे बड़ी ताकत होती है,
जब माँ साथ होती है तो ही बेटी कामयाब होती है!
दुनिया में सबसे न्यारी होती है बेटी,
माँ के लिए सबसे प्यारी होती है बेटी!
माँ हमें डांटती है लेकिन वो खुद भी रोती है,
वह कोई और नहीं हमारी माँ होती है!

माँ शायरी 2 लाइन

मैंने तुम्हे जीवन का उपहार नहीं दिया,
जीवन ने मुझे तुम्हारा उपहार दिया है!
अपने उन नाजुक क़दमों से कुछ दुरी तय कर लेती है,
मेरी बेटी जब डगमगाती है तो मेरा हाथ पकड़ लेती है!
धुप हो या बरसात संग संग चलती है,
हाँ जनाब वह मेरी बेटी है जो मेरे संग पग पग चलती है!
जितना भी देखो उसे देखे थकती नहीं ये आँखे,
क्यूंकि साहब बेटियाँ होती ही है खुदा की नियामते!
मै खुद पर गुरुर क्यों न करू मेरी माँ जो कहती है की,
बेटी तू हजारो में नहीं बल्कि दुनिया में एक है!
कोई भी बेटी और माँ कभी अलग नहीं रह सकती,
फिर चाहे उनके बिच में कितनी भी दुरी क्यों न हो!
औरत हूँ अभिशाप नहीं हूँ, बेटी हूँ कोई पाप नहीं हूँ,
क्यूँ इतना भेदभाव है मन में क्यू इतना अस्वीकार है दिल में!
बेटियाँ कमजोर नहीं होती है, बन्दुक से नहीं खेलती,
तो क्या हुआ, पर आग से खेलना उन्हें बेटों से बेहतर आता है!
किसी ने रोजा रखा, किस ने उपवास रखा,
कबूल उसका हुआ जिसने माँ-बाप को अपने पास रखा!
दिल की गहराइयों से एक सबक सिखा है,
बिना माँ बाप के सारा जीवन फीका है!
पिता हमेशा निम के पेड़ जैसा होता है,
जिसके पत्ते भले ही कडवे हो पर वह छाया हमेशा ठंडी देता है!

माँ शायरी 2 लाइन

दम तोड़ देती है माँ-बाप की ममता जब,
बच्चे कहते है की तुमने किया ही क्या है हमारे लिए!
माता पिता वो हस्ती है जिसके पसीने की
एक बूंद का कर्ज भी औलाद नहीं चुका सकती!
माता पिता का हाथ पकड़कर रखिये,
लोगो के पाँव पकड़ने की जरुरत नहीं पड़गी!
आपको कोई जरुरत नहीं है किसी पूजा पाठ की,
अगर आपने सेवा की होगी अपने माँ बाप की!
इज्जत भी मिलेगी दौलत भी मिलेगी,
सेवा करो माँ बाप की जन्नत भी मिलेगी!

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