𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬/ Great Thought

 महान सोच,  महान बिचारहरु

 फुर्सत नहीं इंसान को घर से मंदिर
 तक जाने की और ख्वाहिश 
रखता है शमशान से सीधा-सब 
तक जाने की..... 
पतझड़  में सिर्फ पत्ते गिरते हैं 
नजरों से गिरने का कोई मौसम नहीं होता

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𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬 
हर किसी को रास आ जाऊ
इतना आम नही हु मैं
𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬 
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यकीन मानो बहुत सरीफ हु मैं

लेकिन सिर्फ सकल से
𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬
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जो मेहनत करता है
वही नाम करता है

वरना तो हर कोई बाप के
पैसो पे आराम करता है
𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬 
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मैं तो पहले से बदनाम हु
तुम सरीफ लोग मेरा क्या उखाड लोगे
𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬 
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देख मेरे जूते 👞👞 भी
तेरी नियत से ज्यादा साफ़ है
𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬 
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कहानियां कुछ भी हो
किरदार मेरा वही अकड़ वाला होगा
𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬 
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ज़िन्दगी में उस मुकाम तक जाना है
जहाँ मेरा नाम
सिर्फ नाम ना हो Brand हो
𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬 
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जिसे लोग ज़िन्दगी कहते है
तेरे भाई ने वही खराब कर रखी है
𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬 
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हम तो वो खिलाड़ी है जो
अपनी किस्मत के साथ खेलते है
𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬 
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खुद से वफ़ा करो
नजर अंदाज करने वालो को दफा करो
𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬 
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मुझे जितना ऊपर पहुँचना था
पहुँच गया
शायद थोड़ा ही रह गया
और तू पहले भी लोडा था
और लोडा ही रह गया
𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬 
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मुझे जितना ऊपर पहुँचना था
पहुँच गया
शायद थोड़ा ही रह गया
और तू पहले भी लोडा था
और लोडा ही रह गया
𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬 
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खुद से वफ़ा करो
नजर अंदाज करने वालो को दफा करो
𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬 
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मस्ती मजाक के हिसाब से
अकड़ औकात के हिसाब से

𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬 
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कहाँ तक साथ चल पाओगे 
मुसाफिर नही आवारा हु मैं
𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬 
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छोटी सी बात है मां बापू के बिना
अपनी क्या औकात है
𝐀𝐭𝐭𝐢𝐭𝐮𝐝𝐞 𝐋𝐢𝐧𝐞𝐬 
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𝐋𝐎𝐕𝐄 𝐒𝐇𝐀𝐘𝐀𝐑𝐈 𝐀𝐃𝐇𝐎𝐎𝐑𝐀 𝐏𝐘𝐀𝐑:
ख्वाबों मे तेरे दीदार को तरसे हैं बरसों
अश्क मेरी इन आँखों से बरसे हैं बरसों

सब्र जितना है सारा खो दूँगी..
इतनी ख़ुश हूँ कि आज रो दूँगी

यह बात हमने मुहब्बत की आग में देखी,
भड़कती जाती है जितनी बुझाई जाती है
-सबा जयपुरी

दिल से उसकी यादों को इस कदर मिटाया,
कि वो आया फिर भी उसकी याद न आयी!!

सुनो...
 शक गलत हो तो भी रिश्ता खराब...
शक सही निकल जाये ...तब भी खराब 
  #__रियल्टी 💐

हमारी भी नवाबी का कभी दौर था शहर में
बिन पैसों के आज हम देखो कितने गरीब हो गए🥹

सुनो ...
जिक्र क्या ....जुबान पे नाम नही ...
इससे बड़ कर कोई इंतकाम नही ....
#__LIFE 💐

कितनी बेफ़िक्री से तुमने खुद को छीना मुझसे
कितनी शिद्दत से हमने ख़ुदको तुम्हारा किया था

जरूरत पड़ने पर "बहाना" और बुरे वक्त में "ताना" कोई कितना भी अपना हो, अक्सर मार ही जाता है

अफ़सोस तो है तुम्हारे बदल जाने का मगर...
तुम्हारी कुछ बातों ने मुझे जीना सिखा दिया


मकसद तुम्हें पाने का, भला कब था मेरा...
तुम्हें बस चाहना था आज तक चाह रहे हैं...

दहलीज पर रखी हैं आँखें इन्तजार में
लब कह रहे हैं तुम आओगे  तुम आओगे

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