शायरी और कविता संग्रह - Shayari and poetry collections
पीड़ित की पीड़ा और प्रेम की पहचान
पीड़ित कब कह पाया वो पीड़ा में है
उसे देख गुज़र जाने कर गुज़रते ये एहसान
सोलह श्रृंगार से सजी ब्याहता नैहर की याद में,
देखने वाले देते जाते उसको उसके सौंदर्य की मुँह दिखाई
प्रीत में डूबा जोड़ा कब बोले है कि वो प्रेम में है
जगत जब तक मार न दे उलाहना
प्रेमी की उपस्थिति कब समझ आई है
जब तक भर ना जाए हृदय उसकी अनुपस्थिति से
बिछोह की पीड़ा कब समझे वो
जब घिरा रहे हर क्षण जीवों से
होश वाला कब समझे नशे में डूबे की गफ़लत
नशा कब माने होश में रहते सह जाने का दर्द
पराया दुख कब दिमाग में बैठा है
खुद की आँखों बहे ना हो जब तक अश्रु
जीवन कब समझा पाया है अपना मर्म
मृत्यु जब तक दबोच ना ले आगोश में
बाद उसके क्या बचा! जीवन की कहानियाँ! जो गढ़ी किसी एक ने, कही किसी दूजे ने, सुनी तीजे ने।
पीड़ित कहाँ जाने है उसकी पीड़ा किसी का आनंद
आनंदित को कहाँ होश उसका आनंद किसी की पीड़ा।
🍂🍂
प्रेम और रिश्तों पर विचार
स्त्री का सौंदर्य
❤️🌺❤️ उसकी काया नहीं है
उसकी भावना।
उसका प्रेम
उसका वात्सल्य
उसका इतराना
उसका इठलाना
उसका रूठना
उसका जताना
उसका मनाना और। उसकी"ममता"
सब उसके
सौंदर्य की
पँखुड़ियाँ हैं ❤️🌺❤️
प्रेम और रिश्ते
वो क्या चुनती
पिता या प्रेमी
वो लड़कियां जिन्हे दोनों ने अनंत प्रेम किया
मेरे ईश्वर
कठिन है प्रेम से प्रेम चुनना....
तू किसी और की होगइ तो क्या मुझे पराया मत करो
मैं खुद चला जाऊंगा एक दिन मुझे भगाया मत करो
तेरे लिए खुद को खो दिया साँसे चल रही है जीना छोड़ दिया
मर मर के जी रहा हूँ मुझे और सताया मत करो
मैं खुद चला जाऊंगा एक दिन मुझे भगाया मत करो
"लड़ते भी तुम से हैं,
मरते भी तुम पे हैं !!" 🌹💞💞💞💞💞💞💞💞
❤️"ताउम्र साथ निभाने की वो कसमें..
दो पल में टूट जाती हैं,
मोहब्बत से बने इन रिश्तों में आखिर
कमी कहां रह जाती हैं..!!"💔
सुनना चाहता हूँ मैं सबके मशवरे,,,
आखिर इश्क में ऐसा क्या रखा है...
🍁 अंतर्मन में संघर्ष और फिर
भी मुस्कुराता हुआ चेहरा....
🍁🍁 यही जीवन का श्रेष्ठ......
अभिनय है ....!!
मुझसे लोग मेरी कहानी का अंजाम पूछते हैं,
ना जाने क्यों लोग बार बार तेरा नाम पूछते हैं।❤️🍫...... 🙋♂️💞
प्रेम और आत्म-साक्षात्कार
प्रेम
आभास करवाता है
कि..
हमारे पास
हारने को
कितना कुछ है..
..❤️..
प्रत्येक व्यक्ति चुम्बक होता है
वह अपने जैसे व्यक्तियों को आकर्षित करता है।
अगर हम अच्छे हैं तो निश्चित ही
अच्छे लोग हमारे तरफ खिंचे चले आएंगे।😍
💞ख्वाहिश है_________कोई यूं 💞
‼️ भी इजहार करे ‼️
💞कोई हो जो______मेरी कमियों
💞से भी प्यार करें💞
"तुम ढूंढोगे मुझको और .... मिल नहीं पाओगे
मैं चाँद के पीछे की ........बस्ती का अँधेरा हूँ " !!
एक दिन
पाने की विकलता
और न पाने का दुख
दोनों अर्थहीन
हो जाते हैं ।
💕💕
स्त्री का स्वाभिमान
एक औरत का स्वाभिमान किसी भी मर्द की छत्रछाया का मोहताज नहीं होता...!!
रईस हो या गरीब सबका भविष्य मिट्टी है
और
मिट्टी की कोई औकात नहीं होती।
मेरे लिए प्रेम तुम्हारा आधा ही रहने दो..
रुक्मिणी नहीं सही तो राधा ही रहने दो..!!
कैसे रिहा होगे मुझसे तुम ..??
अपनी काया के पाँच तत्वों में,
मैंने समेटा है तुम्हें....😘
❣️❣️❣️प्रेम "आधार" है,
रिश्तों की "नीव" का...
प्रेम "भरोसा" है,
सच्चे रिश्तों का..
प्रेम "मिठास है,
अपनों के "स्पर्श" का..
प्रेम "प्रार्थना" है,
प्रभु की "कृपा" का..
प्रेम "विरह" है,
बिछुड़ जाने का..
प्रेम "समर्पण" है,
रिश्तों में "त्याग" का..
प्रेम "अनन्त" है,
रिश्तों को "निभाने" का.❣️❣️❣️🌹.
भावनात्मक दृष्टिकोण
मैं इक ख्वाब
तन्हा सा
कभी नींद में पास आऊं
तो मुझे आंखों से चुरा लेना।
मैं इक ख्याल
मामूली सा
कभी ज़हन में आऊं
तो जरा लबों से मुस्करा देना।
मैं इक एहसास
बिछड़ा सा
कभी हवा बन जिस्म से
लिपट जाऊं
तो मुझे धीमे से #प्रीत
पुकार लेना।❤️🌹
टूट पड़ती थी घटाएं जिनकी आँखें देखकर.....
वो भरी बरसात में तरसते हैं पानी के लिए....
ज़िन्दगी में एक पार्टनर का होना ज़रूरी है! वरना दिल की बात स्टेटस पर लिखनी पड़ती है!!
‼🔱 जय श्री राम‼🔱
‼🔱 जय मातादी ‼🔱
जब कोई इंसान एक बार दिल को छू लेता है ना,
उसके छूने का एहसास आखिरी साँस तक नहीं जाता,
और लोग कहते हैं पागल है😔
तुमसे इश्क का आलम ये है कि
तुम्हारे घर की तरफ मैं
पैर कर के सोता तक नहीं...🍁
अरे जनाब कोई किसीका ख़ास नहीं होता,
लोग तभी याद करते हैं जब टाइमपास नहीं होता
डिलिट हो जाते हैं अब प्रेम पत्र
उन्हें राख होना भी अब नसीब नहीं।।
शायरी और कविता संग्रह
पीड़ित की पीड़ा और प्रेम की पहचान
पीड़ित कब कह पाया वो पीड़ा में है
उसे देख गुज़र जाने कर गुज़रते ये एहसान
सोलह श्रृंगार से सजी ब्याहता नैहर की याद में,
देखने वाले देते जाते उसको उसके सौंदर्य की मुँह दिखाई
प्रीत में डूबा जोड़ा कब बोले है कि वो प्रेम में है
जगत जब तक मार न दे उलाहना
प्रेमी की उपस्थिति कब समझ आई है
जब तक भर ना जाए हृदय उसकी अनुपस्थिति से
बिछोह की पीड़ा कब समझे वो
जब घिरा रहे हर क्षण जीवों से
होश वाला कब समझे नशे में डूबे की गफ़लत
नशा कब माने होश में रहते सह जाने का दर्द
पराया दुख कब दिमाग में बैठा है
खुद की आँखों बहे ना हो जब तक अश्रु
जीवन कब समझा पाया है अपना मर्म
मृत्यु जब तक दबोच ना ले आगोश में
बाद उसके क्या बचा! जीवन की कहानियाँ! जो गढ़ी किसी एक ने, कही किसी दूजे ने, सुनी तीजे ने।
पीड़ित कहाँ जाने है उसकी पीड़ा किसी का आनंद
आनंदित को कहाँ होश उसका आनंद किसी की पीड़ा।
🍂🍂
प्रेम और रिश्तों पर विचार
स्त्री का सौंदर्य
❤️🌺❤️ उसकी काया नहीं है
उसकी भावना।
उसका प्रेम
उसका वात्सल्य
उसका इतराना
उसका इठलाना
उसका रूठना
उसका जताना
उसका मनाना और। उसकी"ममता"
सब उसके
सौंदर्य की
पँखुड़ियाँ हैं ❤️🌺❤️
प्रेम और रिश्ते
वो क्या चुनती
पिता या प्रेमी
वो लड़कियां जिन्हे दोनों ने अनंत प्रेम किया
मेरे ईश्वर
कठिन है प्रेम से प्रेम चुनना....
तू किसी और की होगइ तो क्या मुझे पराया मत करो
मैं खुद चला जाऊंगा एक दिन मुझे भगाया मत करो
तेरे लिए खुद को खो दिया साँसे चल रही है जीना छोड़ दिया
मर मर के जी रहा हूँ मुझे और सताया मत करो
मैं खुद चला जाऊंगा एक दिन मुझे भगाया मत करो
"लड़ते भी तुम से हैं,
मरते भी तुम पे हैं !!" 🌹💞💞💞💞💞💞💞💞
❤️"ताउम्र साथ निभाने की वो कसमें..
दो पल में टूट जाती हैं,
मोहब्बत से बने इन रिश्तों में आखिर
कमी कहां रह जाती हैं..!!"💔
सुनना चाहता हूँ मैं सबके मशवरे,,,
आखिर इश्क में ऐसा क्या रखा है...
🍁 अंतर्मन में संघर्ष और फिर
भी मुस्कुराता हुआ चेहरा....
🍁🍁 यही जीवन का श्रेष्ठ......
अभिनय है ....!!
मुझसे लोग मेरी कहानी का अंजाम पूछते हैं,
ना जाने क्यों लोग बार बार तेरा नाम पूछते हैं।❤️🍫...... 🙋♂️💞
प्रेम और आत्म-साक्षात्कार
प्रेम
आभास करवाता है
कि..
हमारे पास
हारने को
कितना कुछ है..
..❤️..
प्रत्येक व्यक्ति चुम्बक होता है
वह अपने जैसे व्यक्तियों को आकर्षित करता है।
अगर हम अच्छे हैं तो निश्चित ही
अच्छे लोग हमारे तरफ खिंचे चले आएंगे।😍
💞ख्वाहिश है_________कोई यूं 💞
‼️ भी इजहार करे ‼️
💞कोई हो जो______मेरी कमियों
💞से भी प्यार करें💞
"तुम ढूंढोगे मुझको और .... मिल नहीं पाओगे
मैं चाँद के पीछे की ........बस्ती का अँधेरा हूँ " !!
एक दिन
पाने की विकलता
और न पाने का दुख
दोनों अर्थहीन
हो जाते हैं ।
💕💕
स्त्री का स्वाभिमान
एक औरत का स्वाभिमान किसी भी मर्द की छत्रछाया का मोहताज नहीं होता...!!
रईस हो या गरीब सबका भविष्य मिट्टी है
और
मिट्टी की कोई औकात नहीं होती।
मेरे लिए प्रेम तुम्हारा आधा ही रहने दो..
रुक्मिणी नहीं सही तो राधा ही रहने दो..!!
कैसे रिहा होगे मुझसे तुम ..??
अपनी काया के पाँच तत्वों में,
मैंने समेटा है तुम्हें....😘
❣️❣️❣️प्रेम "आधार" है,
रिश्तों की "नीव" का...
प्रेम "भरोसा" है,
सच्चे रिश्तों का..
प्रेम "मिठास है,
अपनों के "स्पर्श" का..
प्रेम "प्रार्थना" है,
प्रभु की "कृपा" का..
प्रेम "विरह" है,
बिछुड़ जाने का..
प्रेम "समर्पण" है,
रिश्तों में "त्याग" का..
प्रेम "अनन्त" है,
रिश्तों को "निभाने" का.❣️❣️❣️🌹.
भावनात्मक दृष्टिकोण
मैं इक ख्वाब
तन्हा सा
कभी नींद में पास आऊं
तो मुझे आंखों से चुरा लेना।
मैं इक ख्याल
मामूली सा
कभी ज़हन में आऊं
तो जरा लबों से मुस्करा देना।
मैं इक एहसास
बिछड़ा सा
कभी हवा बन जिस्म से
लिपट जाऊं
तो मुझे धीमे से #प्रीत
पुकार लेना।❤️🌹
टूट पड़ती थी घटाएं जिनकी आँखें देखकर.....
वो भरी बरसात में तरसते हैं पानी के लिए....
ज़िन्दगी में एक पार्टनर का होना ज़रूरी है! वरना दिल की बात स्टेटस पर लिखनी पड़ती है!!
‼🔱 जय श्री राम‼🔱
‼🔱 जय मातादी ‼🔱
जब कोई इंसान एक बार दिल को छू लेता है ना,
उसके छूने का एहसास आखिरी साँस तक नहीं जाता,
और लोग कहते हैं पागल है😔
तुमसे इश्क का आलम ये है कि
तुम्हारे घर की तरफ मैं
पैर कर के सोता तक नहीं...🍁
अरे जनाब कोई किसीका ख़ास नहीं होता,
लोग तभी याद करते हैं जब टाइमपास नहीं होता
डिलिट हो जाते हैं अब प्रेम पत्र
उन्हें राख होना भी अब नसीब नहीं।।
प्रेम और स्त्री की शक्ति: एक कविता संग्रह
प्रेम की विजय
झगड़े के दौरान लड़की अचानक चुप हो गयी
लड़का अपनी विजय सुनिश्चित करता हुआ बोला गुस्से में,
"कुछ बचा नहीं बोलने को तुम्हारे पास?"
एक दबी-सी आवाज़ आई,
"मैं दुनिया का कोई भी आर्ग्युमेंट हार सकती हूँ, पर तुम्हें नहीं"
प्रेम में हारना, प्रेम की जीत है।
साथ निभाने का वादा
सुनो
मैं और तुम
हमेशा साथ रहे
किसी भी स्थिति में
किसी भी परिस्थिति में
जब मैं परेशान रहूँ
तो...
तुम हर परेशानी दूर कर देना
अपने समझ और प्यार से
मुझे हिम्मत और हौसला देना
अपने बातों से
जब मैं दुःखी रहूँ कभी
तो...
तुम हर दुःख को दूर कर देना
अपने मुस्कान और समझ से
चारों और खुशियां बिखेर देना
अपने कर्मो से
मैं और तुम
हमेशा साथ रहें...!
भारतीय नारी शक्ति
ज़िन्दगी में "खुद" को कभी किसी इंसान का "आदी" मत बनाइए।
क्यूँकि इंसान बहुत खुदगर्ज़ है।
जब आपको पसंद करता है तो आपकी "बुराई" भूल जाता है और जब आपसे नफरत करता है तो आपकी "अच्छाई" भूल जाता है।
आसान नहीं होता
एक प्रतिभाशाली स्त्री से प्रेम करना,
क्योंकि उसे पसंद नहीं होती जी हुजूरी,
झुकती नहीं वो कभी
जब तक न हो
रिश्तों में प्रेम की भावना।
तुम्हारी हर हाँ में हाँ और न में न कहना वो नहीं जानती,
क्योंकि उसने सीखा ही नहीं झूठ की डोर में रिश्तों को बाँधना।
वो नहीं जानती स्वांग की चाशनी में डुबोकर अपनी बात मनवाना,
वो तो जानती है बेबाकी से सच बोल जाना।
फ़िज़ूल की बहस में पड़ना उसकी आदतों में शुमार नहीं,
लेकिन वो जानती है तर्क के साथ अपनी बात रखना।
वो क्षण-क्षण गहने- कपड़ों की माँग नहीं किया करती,
वो तो सँवारती है स्वयं को अपने आत्मविश्वास से,
निखारती है अपना व्यक्तित्व मासूमियत भरी मुस्कान से।
तुम्हारी गलतियों पर तुम्हें टोकती है,
तो तकलीफ़ में तुम्हें सँभालती भी है।
उसे घर सँभालना बख़ूबी आता है,
और अपने सपनों को पूरा करना भी।
अगर नहीं आता तो किसी की अनर्गल बातों को मान लेना।
पौरुष के आगे वो नतमस्तक नहीं होती,
झुकती है तो तुम्हारे निःस्वार्थ प्रेम के आगे।
और इस प्रेम की ख़ातिर अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देती है।
हौसला हो निभाने का तभी ऐसी स्त्री से प्रेम करना,
क्योंकि टूट जाती है वो धोखे से,
छलावे से, पौरुषत्व के अहंकार से,
और फिर जुड़ नहीं पाती है,
किसी शल्य उपचार से।
भारतीय नारी शक्ति को मेरा वंदन 👏👏
निवेदन
कृपया अभद्रतापूर्ण टिप्पणी से परहेज करें।
सिर्फ उतना ही बोलें जितना खुद की बहन बेटी के लिए सुन सकते हों।
धन्यवाद
जय श्री राधेकृष्णा
प्रेम की बातें
तुम ज्ञानी हो... !!
बहुत सी किताबें पढ़ी है तुमने
तुम्हारी बातें अक्सर तर्क संगत रही...!!!
मैं !!
मैं प्रेमी हूँ...!!
मैंने नहीं पढ़ी कोई किताब...
मैंने पढ़ा केवल प्रेम !!
मेरी बातों में तुम पाओगे केवल प्रेम !!
तेरे जिस्म पे अपने जिस्म को रखूं,
तेरे होठों को अपने होंठों से मसलूं,
तुझे प्यार मैं इतनी शिद्दत से करूँ,
की उस मीठे दर्द से तेरी आह निकल जाए,
दर्द से तेरी आँखों से आँसू निकल जाए,
और तू तन-मन से सिर्फ मेरी हो जाये,
बदन से तेरे लिपटा रहूँ और सुबह हो जाये,
सुबह जब पूछूँ तेरी रात का आलम,
तू शरमा के मेरे सीने से लिपट जाए। 🌹🌹
प्रेम को प्रेम रहने दो
प्रेम को प्रेम रहने दो,
उसे कोई नाम न दो।
प्रेम जब नाम लेता है,
एक सम्बन्ध बनता है।
जब सम्बन्ध बनता है,
तो प्रेम सीमित करता है।
अनन्य प्रेम जीवन में,
अमिट मुस्कान लाता है।
ज्ञान को जीवन में उतारने के लिए,
प्रेम विश्वास बनाता है।
तुम में मुझमें प्रेम है,
बस! उसे उतना ही रहने दो।
प्रेम को प्रेम रहने दो,
उसे कोई नाम न दो।
प्रेम की कविताएं
किसी को प्रेम कर सको तो
प्रेमपत्र नहीं
कविताएं लिखना
और प्रेषित कर देना
उन तमाम पतों पर
जहां जहां तुमने अपना प्रेम खोया है !
कविता प्रेम के लौटने की स्थाई वजह है
हाथ में कलम,✍✍
आंखों में ख्वाब लिए फिरता हूं।
कहानी मेरी मैं खुद लिखूंगा,
कुछ गम कुछ खुशियों के पल लिखूंगा।
तकदीर में लिखा कौन बदलेगा,
जब मेरी किस्मत मैं खुद लिखूंगा।
विजयादशमी की शुभकामनाएं
असुर मारि थापहिं सुरन्ह राखहिं निज श्रुति सेतु।
जग बिस्तारहिं विशद यश राम जनम कर हेतु।।
अधर्म पर धर्म की विजय...
असत्य पर सत्य की विजय...
बुराई पर अच्छाई की विजय...
पाप पर पुण्य की विजय...
अत्याचार पर सदाचार की विजय...
क्रोध पर दया, क्षमा की विजय...
अज्ञान पर ज्ञान की विजय...
रावण पर श्रीराम की विजय के प्रतीक पावन पर्व विजयादशमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं व बधाई 🌹
अंतिम विचार
सुनो
सिर्फ तुम्हें पा लेना ही
मेरे मुक़म्मल
इश्क की दास्तां नहीं है
तुम मेरे साथ रहो
ये भी
ख्वाहिश नहीं है मेरी
बस तुम
जिन लम्हों में
उदास हो तो
उन लम्हों में
मैं तेरे साथ रहूं
तेरी होंठों की मुस्कान
बनकर
बस इतनी ही गुज़ारिश है मेरी
उस खुदा से
दोस्ती का आयाम
करनी है तुम्हें मुझसे दोस्ती?
तो सुनो!!
स्त्री-पुरूष की दोस्ती
सदैव सवालों के घेरे में घिरी
आते-जाते अनगिनत
आँखों के पहरे में रहती,
उठते हैं चरित्र पर ढेरों सवाल
और बेवजह अनेकों बवाल।
बोलो, निभा पाओगे?
बनोगे हर सवाल का जवाब?
रहोगे हर कदम साथ?
चाहोगे मुझे सिर्फ मानसिक धरातल पर साथ
या सिर्फ तन क्षुधा को दे रहे दोस्ती का नाम?
कर पाओगे बर्दाश्त
मेरा मुखर व्यक्तित्व
स्वतंत्र सोच?
या चाहते हो अनुगामिनी मात्र?
मेरे इन प्रश्नों को तभी मिलेगा विराम
जब तुम में हो क्षमता
देने की दोस्ती को
कृष्ण- द्रौपदी सा आयाम!!!!
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