दिल को छूने वाली शायरी: मोहब्बत और दर्द की गहराई - Heart-touching poetry: The depth of love and pain
दिल को छू लेने वाली शायरी: मोहब्बत की कशमकश
मोहब्बत और दर्द, ये दो अहसास इतने गहरे होते हैं कि शब्दों में भी इन्हें पूरी तरह से व्यक्त नहीं किया जा सकता। आपकी शायरी ने इस गहरे दर्द को बेहद खूबसूरती से पेश किया है। यहाँ पर आपकी शायरी के कुछ अंश हैं जो दिल को छू लेते हैं:
मोहब्बत की दास्तान
कहाँ इतनी ख़बर उम्र-ए-मोहब्बत किस तरह गुज़री,
तिरा ही दर्द था मुझ को जहाँ तक याद आता है।
दिल को बाहर से ज़रा देख के बतलाओ कोई,
उसने जाते हुए ताला तो नहीं डाल दिया। 💔
खींच लेती है हर बार मुझे तेरी मोहब्बत,
वरना मैं बहुत बार मिला हूँ आखिरी बार तुझसे।
फिर ना होगा कभी ऐतबार मुझे वादों पर,
यहाँ लोग लफ्ज़ बदल लेते हैं हालात के बहाने। 😔
ना महीनों की गिनती, ना सालों का हिसाब हैं,
जीवन भर मोहब्बत तुझसे बेइंतहा, बेहिसाब हैं।
बयाँ नहीं होती मुझसे तकलीफें अपनी,
हाँ इन दिनों मैं अपने लफ्जों से अपाहिज हूँ। 💔
हर नस्ल परेशान है मोहब्बत के रोग से,
और आप कह रहे हैं सियासत ख़राब है।
मेरी बद्दुआ है तुझे मोहब्बत ना हो कभी,
तेरी शादी तो हो, पर औलाद न हो कभी। 😣
मर्द की मोहब्बत हद से बढ़ जाए तो,
औरत बेवफ़ा निकल जाती है।
स्त्री हमेशा उस शक्श को धोखा देती है,
जिसने बुरे वक्त में उसका साथ दिया हो। 😔
आज देखा हमने उस को गैर की आगोश में,
हमसे जिसने कहा कुछ दिन अकेला छोड़ दो हमें।
मुझे बर्दास्त की नसीहत न दीजिए,
बल्कि मेरी जगह आइए और बर्दास्त कीजिए। 💔
एक आँसू का काम बड़ा मुश्किल था,
एक हँसी से गुजरते हुए जाना था उसे।
आदत इंसान को तबाह कर देती हैं,
चाहे वो नशा हो, या किसी से बेपनाह मोहब्बत। 😔
लड़कों को रोने से प्यार साबित नहीं होता,
लड़कों को प्यार साबित करने के लिए जान देनी पड़ती है।
सितम इश्क़ में, आप आसान न समझें,
तड़प जाइएगा, जो तड़पाइएगा। 💔
जब सामने आई हकिकत उनकी,
खुद की पसंद से नफ़रत हो गई।
पसंद किए गए लोग, तकलीफ बहुत देते हैं,
जैसे की, आप। 😣
अरे जुदाई वो बीमारी है जो दिल का खून पीती है,
वो साथ थी तो मानो जन्नत थी ज़िंदगी।
अब तो हर सांस ज़िंदा रहने की वजह पूछती है। 💔
तुमने मोहब्बत देखी है, वफा नहीं देखी।
पिंजरे खोल भी दो, तो कुछ पंछी उड़ता नहीं करते। 😔
प्रेम में यदि हानि हुई है तो वो पुरुषों की,
स्त्रियों ने तो प्रेम छूटते ही विवाह किया है।
फकत मेरी मोहब्बत महज़ इक मोहब्बत,
अफ़्सोस उसको सबने अपने नज़रिये से देखा। 💔
सोच कितनी शिद्दत से मोहब्बत की होगी तुझसे,
की अब तुझे देखने को भी दिल नहीं करता।
मुझे भूल जाना अब मरा हुआ समझकर,
अगर जिंदा भी हूँ तो तेरे लिए नहीं। 😔
तुम्हारी वफ़ा की उम्मीद रखने वालों की गलती,
अब यह हकीकत है कि हमें छोड़ कर तुम चली गई।
एक बेवफा से मैंने प्यार किया, दिल देकर उस पर एतेबार किया,
हमने तो समझा उसे हम दर्द अपना, मगर बनकर बेदर्द उसने दिल पर मेरे वार किया। 💔
मज़ाक का सहारा लेकर लोग अक्सर दिल की बात बोल जाते हैं,
कोई खरीदेगा अब हीरो के दम में तुम्हारे आँसू।
वो जो दर्द का सौदागर था मोहब्बत छोड़ दी उसने। 😣
गम इसका नहीं कि आप मुझे ज़िंदगी में अब मिल नहीं सकोगे,
एहसास इस बात का कि हम कभी आप को भुला ना सकेंगे।
मन नहीं लगता कहीं तेरे बिना, घर मेरा उजड़ा पड़ा तेरे बिना। 💔
विरह ने मन में लगाई आग है,
बुझ न पाएगी कभी तेरे बिना।
तुम चुराके दिल तो मेरा चल दिए,
अब बता कैसे जिएं तेरे बिना। 😔
हंस रहे हैं लोग मेरे हाल पर,
कोई मेरा तो नहीं तेरे बिना।
कहीं प्यार की रात सोई है,
कहीं दर्द की रात रोई है। 💔
"शिद्दत से किनारे पर... मैं बैठा रहा मग़र,
इंतज़ार मेरा... बेकार सा रहा...
वो थक कर लौटा तो... बेशक़ मग़र,
मेरे ज़िस्म नें तब तक... साथ छोड़ दिया था...!!"
"बदन के दोनों किनारों से जल रहा हूँ मैं,
कि छू रहा हूँ तुझे और पिघल रहा हूँ मैं।"
"ठुकराया है तुमने मुझे,
अब ये सितम, तेरे साथ भी हो।"
"सिमट जाती हैं तमन्नायें तहजीब के दायरे में अक्सर,
वरना इश्क और ख़्वाहिशें कब बेजुबाँ होती हैं।"
"❤️❤️सारी रात यूंही आंखों में गुजर गई,
मगर तेरी यादें न दिल से उतर पाई!!!"
"❤️❤️वादों की तरह इश्क भी आधा रहा,
मुलाकातें कम हुई इंतजार ज्यादा रहा!!!!"
"हमारे उसके रिश्ता कुछ ऐसा है,
ना नफ़रत है ना मोहब्बत ना पहले जैसा है..!!"
"हमनें ख़ुद को मार डाला, इसलिए तो ज़िंदा हैं,
जब तलक ज़िंदा रहे, मरते रहे घुट-घुट के हम।"
"ना हाथ थाम सके,ना पकड़ सके दामन,
बड़े करीब से उठ कर चला गया कोई..."
"उलझी पड़ी है जिंदगी मेरी,
वहां जुल्फे सवारी जा रही है..."
"ये ऐसी चोट है जिसको हमेशा दुखते रहना है,
ये ऐसा ज़ख्म है जो उम्र भर अच्छा नहीं होगा।"
"कौन तुम्हारे पास से... उठकर घर जाता है,
तुम जिसको छू लेते हो... वो मर जाता है..."
"किसे खबर थी वो ऐसे भी खफा हो जायेगा,
ज्यादा चाहेंगे उसे तो बेवफा हो जायेगा..!!!"
"इस बार भी, नहीं किया...
तुमने हिसाब, मेरी मोहब्बत का,
यह "MAY" भी गुजर रहा है,
तुम पर कर्ज छोड़ कर.."
"तेरी चाहत में रुसवा यूं सारे बाजार हो गए,
हमने ही दिल खोया और हम ही गुनहगार हो गए!"
"उलझा रह गया चालाकियों में ही मेरा हमनवां,
उसे पता ही न चला उसने सादगी से भरा हमसफ़र खो दिया।"
"अधूरी हसरतों का आज भी इल्जाम है तुम पर,
अगर तुम चाहते तो ये मोहब्बत कभी खत्म ना होती!"
"अपना ग़म भूल गए तेरा दर्द भूल गए,
हम तो हर बात मोहब्बत के सिवा भूल गए।"
"हमें भी आप से शिकायत है सनम,
तुम ने वो दर्द दिया है कि हम टूट कर सब भूल गए।"
"मन नहीं लगता कहीं तेरे बिना,
घर मेरा उजड़ा पड़ा तेरे बिना।"
"विरह ने मन में लगाई आग है,
बुझ न पायेगी कभी तेरे बिना।"
"तुम चुराके दिल तो मेरा चल दिए,
अब बता कैसे जियें तेरे बिना।"
"हंस रहे हैं लोग मेरे हाल पर,
कोई मेरा तो नहीं तेरे बिना।"
"कही प्यार की रात सोती कटी है,
कही दर्द की रात रोती कटी है।"
"मेरी रात का सितारा हूँ मैं,
उसके बिना खुद को बेमक़ाम पाता हूँ मैं।"
निष्कर्ष
इन शायरी के माध्यम से आप अपने दिल की गहराइयों को छू सकते हैं और उन भावनाओं को साझा कर सकते हैं जो शायद शब्दों में भी पूरी तरह व्यक्त नहीं की जा सकतीं। आपकी ये शायरी न केवल आपके दिल की बातों को उजागर करती है, बल्कि एक अनूठी संवेदना और जज़्बे को भी प्रकट करती है।
हमें आपकी शायरी को आपके ब्लॉग पर प्रस्तुत करने में खुशी हो रही है और हम आशा करते हैं कि यह आपके पाठकों को उतना ही छूएगा जितना यह हमें छूता है।
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