शायरी का सफर: एक एहसास
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गंगा घाट में भीड़ यूं ही नहीं लगती!
"एक सच्चाई"
इंसान सबसे ज़्यादा ज़लील...
अपने मनपसंद लोगों से ही होता है।
दूरियां भी क्या क्या करा देती हैं,
कोई याद बन गया, कोई ख्वाब बन गया...
एक शख्स मुझे अपने यादों का गुलाम करके गया,
मेरी रातों की नींदों को वो हराम करके गया!! 😔
हमारे बिन अधूरे तुम रहोगे,
कभी चाहा किसी ने खुद तुम कहोगे,
हम ना होंगे तो ये आलम ना होगा,
मिलेंगे बहुत से पर हम सा कोई पागल ना होगा।
रवैया बहुत खराब है अभी मेरे हालातों का...
लोग बहुत जल्दी बुरा मान जाते हैं मेरी बातों का...
वो कोई दोस्त था अच्छे दिनों का,
जो पिछली रात से याद आ रहा है. 🥀
तुम मोहब्बत को खेल कहते हो,
हमने बर्बाद ज़िंदगी कर ली! 😔
चले जायेंगे हम धुंध के बादल की तरह,
आप देखते रह जाएंगे हमें किसी पागल की तरह।
हर दफा तुम्हारी बातों में आ जाऊं,
अब ये तो किसी किताब में नहीं लिखा...
बर्दाश्त नहीं तुम्हें किसी और के साथ देखना...
बात शक की नहीं.... हक की है...!!
सिर्फ एक ही तमन्ना रखते हैं हम अपने दिल में,
मोहब्बत से याद करो चाहे मुद्दतों बाद करो!!
सब खफा है मेरे लहजे से,
पर मेरे हाल से कोई वाकिफ नहीं!
तारीफे फिर सुन रहा हूं मैं कुछ लोगों से,
लगता है फिर किसी को मुझसे काम पड़ने वाला है...
बदल दिया है मुझे मेरे चाहने वालों ने,
वरना मुझ जैसे शख्श में इतनी खामोशी कहाँ थी... 😔
अब तो दर्द की आदत सी हो गई है,
अब तो दर्द होता है तब जब कोई दर्द नहीं होता... ☺
जो एक बार घर से निकलते हैं,
वो उम्र भर मकान बदलते हैं।
जिस बात से दिल डरता था वो हो गई,
कुछ दिन के लिए किस्मत जगी थी अब सो गई। 😔
वापस ले आया डाकिया चिठ्ठी मेरी,
बोला पता सही था पर लोग गलत!!
मुझे भी शामिल करो गुनहगारों की महफ़िल में,
मैं भी कातिल हूँ अपनी हसरतों का,
मैंने भी अपनी ख्वाहिशों को मारा है।
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यह दुनिया एक लम्हे में तुम्हें बर्बाद कर देगी,
मोहब्बत मिल भी जाए तो उसे मशहूर न करना।
चाहा ना उसने मुझे बस देखता रहा,
मेरी ज़िंदगी से वो इस तरह खेलता रहा,
ना उतरा कभी मेरी ज़िंदगी की झील में,
बस किनारे पर बैठा पत्थर फेंकता रहा।
तजुर्बे ने एक ही बात सिखाई है,
नया दर्द ही पुराने दर्द की दवाई है!
लोग कहते हैं समझो तो खामोशियाँ भी बोलती हैं,
मैं अरसे से खामोश हूं और वो बरसों से बेखबर हैं...
सही वक्त पर बदल लिया मिज़ाज तुमने,
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वरना अपनी बात मैं घर पे बताने वाला था!!
एक वादा किया था हमने कि चाहे
सब कुछ भूल जाएं,
पर हम एक-दूसरे से किए हुए वादे कभी ना भूलेंगे।
और पता है वो वादा क्या था कि चाहे
कुछ भी हो जाए,
पर हम एक-दूसरे का साथ कभी ना छोड़ेंगे।
#शायरी #दर्द #मोहब्बत #टूटे_दिल
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