दिल की गहराइयों से - एक शायरी का संकलन - From the Depths of the Heart - A Compilation of Shayari

दिल को छूने वाली शायरी का अनूठा संग्रह

शायरी, दर्द, मोहब्बत, जज़्बात, गुलजार

by [Shayarigroup.com]


1. सफर की कहानी

मीलो का सफर पल भर में बर्वाद हो गया।
जब उसने कहा कहो कैसे आना हुआ।


2. तन्हाई का सुकून

कभी कभी तन्हाई भी बहुत सुकून देती है
जब हमारे पास खोने को कुछ नहीं होता।


3. वफ़ा की परिभाषा

गलती पर साथ छोड़ जाने वाले तो बहुत मिलते हैं।
लेकिन गलती पर निभाने वाले बहुत कम।


4. वक्त की कीमत

वक्त सबको मिलता है ज़िंदगी बदलने के लिए
ज़िंदगी दोबारा नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए।


5. दिल की आदत

मुझे आदत नहीं यूँ ही हर किसी पे मर मिटने की
और तुझे देखकर दिल ने सोचने तक का मोहलत नहीं दिया


6. विशेष लोग

हमारी लाइफ में कुछ लोग ऐसे होते हैं
जो हमसे कितनी भी बात करले मगर मन नहीं भरता।


7. दिल की करुणा

ऐ दिल तू क्यों रोता है ये दुनिया है
यहाँ ऐसा ही होता है।


8. खोने की आदत

पूछा जो हमने किसी और
के होने लगे हो क्‍या,
वो मुस्कुरा कर बोले
पहले तुम्हारे थे क्या


9. जवाब की संस्कृति

पलट कर जवाब देना
बेशक गलत बात है
लेकिन सुनते रहो तो लोग
बोलने की हदें भूल जाते है


10. झूठी उपस्थिति

जो साथ रहकर भी साथ न हो
वो दूर ही रहे तो अच्छा है


11. दरारों की आदत

यहाँ हर किसी को दरारों में झाँकने की आदत है
दरवाज़े खोल दो कोई पूछने तक नहीं आएगा


12. बिछड़ने का डर

अगर किसी से बिछड़ने का डर
तुम्हें हर रोज़ रहने लगे तो
यकीन मानो कि उस इंसान को
तुम एक दिन खो ही दोगे


13. प्यार का तोफा

मुझे तो तोफे में अपनों का वक़्त पसंद है
मगर आजकल इतने महंगे तोफे देता कौन है


14. मनाने की आदत

मै ही मनाऊ हमेशा तुझे कभी तू भी तो मना मुझे
महसूस तो करू कैसा लगता है जब यार अपना मनाता है


15. हालात और सहनशीलता

हालात दिखा देते है बातें सुनना और सहना
वरना हर शख्स अपने आप में बादशाह होता है


16. जज़्बात की कद्र

जो हमारे जज़्बातो की कद्र नही कर सकते,
उनके पीछे पागल होना प्यार नहीं बेवकूफ़ी है


17. इश्क़ की सच्चाई

इश्क ए दरिया में हम डूब कर भी देख आये
वो लोग मुनाफे में रहे जो किनारे से लौट आये।


18. किस्मत और दिमाग

ज़िंदगी किस्मत से चलती है साहब
दिमाग से चलती तो बीरबल बादशाह होता।


19. प्रेम की सिमा

बड़ा ही अजीब इत्तेफाक है
प्रेम की कोई सीमा नहीं होती
और सीमा में रहकर प्रेम नहीं होता।


20. यादें और आंसू

तुम याद नहीं आते
तुम याद ही रहते हो।


21. खुदा और अमीरियत

छीन लेता है मुझसे हर चीज ए खुदा।
क्या तू भी इतना गरीब है।


22. गुनाह और तमन्ना

खुदा जाने कौन सा गुनाह कर बैठे हैं हम।
की तमन्नाओ वाली उम्र में तजुर्बे मिल रहे हैं।


23. बीते लम्हे

बीते हुए लम्हो की कसक साथ तो होगी
खवाबो में ही हो चाहे मुलाकात तो होगी।


24. खामोशी की परेशानी

कोई गलती हो तो बेसक डांट लिया करो
मगर यूं खामोश न रहा करो।


25. घर की कीमत

जिसको कह रहा है पुराना लगा मुझे
ये घर खरीदने में ज़माना लगा मुझे।


26. बर्तन और पहचान

बर्तन खाली हो तो ये मत समझो की मांगने चला है
हो सकता है सबकुछ बाँट के आया हो।


27. यादें और दिल

जब तेरी याद आती है तो ये आँखें मान जाती है
पर ये कम्बख्त दिल रो पड़ता है।


28. परिंदों की मासूमियत

ये तो परिंदों की मासूमियत है साहब।
वर्ना दूसरों के घरों में जाता कौन है।


29. दूर का रिश्ता

जब मिलो किसी से तो जरा दूर का रिश्ता रखना
बहुत तड़पाते हैं अक्सर सीने से।


30. उम्र और खुद की पहचान

उम्र जाया कर दी लोगो ने औरो के बजूद में
नुक्स निकालते निकालते।
इतना खुद को तरासा होता तो फरिस्ते बन जाते


31. धोखा और यादें

लोग किसी का दिया हुआ साथ तो अक्सर भूल जाते हैं
मगर किसी का दिया हुआ धोखा नहीं भूलते।


32. गलतफहमियाँ

गलत फैमियों के किस्से इतने दिलचस्प हैं
हर ईट सोचती है दीवार मुझपर टिकी है।


33. गहराई और पानी

सागर नदी झील आंखें पानी सब में होता है
फर्क बस गहराई का होता है।


34. बदलाव और लोग

सब लोग बदल गए अब अपनी
भी बारी है।


35. खत और प्यार

खत लिखे थे जो तुमने कभी प्यार में
उसको पढ़ते रहे और जलाते रहे


36. उम्र और ख्वाहिशें

उम्र बिना रुके सफर कर रही है
और हम ख्वाहिशें लेकर वही रुके हुए हैं।


37. रिश्ते और समझ

ज़िंदगी में रिश्ते ऐसे बन जाते हैं जिन्हे
हम समझते तो हैं पर समझना नहीं चाहते।


38. दूरियों का दुख

कभी कभी उनसे भी दूर होना पड़ता है
जिसके साथ हम पूरी ज़िंदगी गुजारना चाहते हैं।


39. उम्मीद और चोट

जितना गहरा रिश्ता उतनी ज्यादा उम्मीदें
और जितनी ज्यादा उम्मीदें उतनी गहरी चोट।


40. खुद के बारे में

थोड़ा और बताओ न मुझे मेरे बारे में
सुना है तुम मुझे अच्छे से जानते हो।


41. बदलते रिश्ते

बदलते मौसम जैसे रिश्ते अच्छे नहीं जनाब
दो चार महीने में आदतें मिलती है दिल नहीं।


42. सही जगह

बस यही सोचकर कोई शिकवा नहीं किया मैंने
क्योंकि हर कोई अपनी जगह सही होता है।


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