तेरी मोहब्बत शायरी !! खूबसूरत मोहब्बत शायरी !! ?(Teri Mohabbat Shayari!! Beautiful love poetry!!)

तेरी मोहब्बत शायरी !! खूबसूरत मोहब्बत शायरी !!

मोहब्बत चीखती रहती है मुझमें
मैं जिसका हूँ उससे मिला दो मुझे.!!
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दिल अब भी धड़कता है तेरे नाम से
शायद कोई उम्मीद अब भी बाक़ी है।
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कितना ख़ौफ़ होता है शाम के अंधेरों में.
पूछो उन परिंदो से जिनके घर नहीं होते।
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तुम्हारी सादगी ही कत्ल करती है मेरा,  
क्या होगा जब तुम सवर कर आओगी।

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सच्ची मोहब्बत शायरी

इश्क बहुत सकून देता है,
जब वो दो तरफा हो।
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जिसका नंबर मेने दुनिया करके save किया था
उसको दुनिया से ही फुर्सत नहीं हैं।
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जो तुम्हें रोता छोड़ कर सो सकता है,
याद रखना वो तुम्हें खो कर कभी नहीं रोयेगा।
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धोखा देती है अक़्सर मासूम चेहरे की चमक
हर कांच का टुकड़ा हीरा नहीं होता।
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कुछ किस्से दिल में कुछ कागजों में आबाद रहे,
बताओ कैसे भूलें उसे जो हर सांस में याद रहे।
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जबरदस्त मोहब्बत शायरी

फिदा होना मेरा उनपे लाजमी है,
हुस्न के ताजमहल को अंगड़ाई लेते जो देखा मैने।
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रिश्तों पर रुपयों की किश्ते जोड़ देते है,
खाली हो जेब तो लोग हर रिश्तें तोड़ देते है।
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धड़की थी जो तुम्हे देखकर, 
याद है मुझे अभी भी वो पहली धड़कन।
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ज़िन्दगी ये चाहती है कि ख़ुदकुशी कर लूँ,
मैं इस इन्तज़ार में हूँ कि कोई हादसा हो जाए।
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इश्क मोहब्बत शायरी

उम्मीद ना कर इस दुनिया में हमदर्दी की,
बड़े प्यार से जख्म देते है शिद्दत से चाहने वाले ।
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जिस पर ज़हर तक असर नही करता,
तन्हाई उसको भी मार देती है।
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सरे बाज़ार निकलूं तो आवारगी की तोहमत,
तन्हाई में बैठूं तो इल्जाम-ए-मोहब्बत।
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कट रही है ज़िन्दगी कुछ ऐसे...
तितली का जिस्म जैसे दबा हो किताब में।
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किसी को फिर भी महँगे लग रहे थे 
फ़क़त साँसों का ख़र्चा था हमारा ।
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सोचता हूँ धोखे से जहर दे दूँ,
सभी ख्वाहिशों को दावत पर बुला कर..!!
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दीदार ना सही याद ही कर लिया करो
हमने कब कहा हमे हिचकियों से परहेज है।

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दिल मोहब्बत शायरी

इतवार को इतवार की तरह जीना है,
मुझें तेरे संग बरसात में चाय पीना है।
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मैं  क्या  बताऊं  कैसी  परेशानी  में  हूं,
कागज़ की एक नाव हूं,और पानी में हूं।
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दूसरो को वीरान करने वाले,
कभी आबाद नही हुआ करते।
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उस बेवफ़ा की याद दिलाता था बार बार
कल आईने पर हाथ उठाना पड़ा मुझे।
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अदब कीजिए हमारी ख़ामोशी का 
हम आपकी इज़्ज़त छिपाए फिरते हैं।
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वो चंद लम्हे जो गुज़रे है तेरे साथ, 
ना जाने कितने बरस मेरे काम आएंगे।
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फरियाद कर रही है तरसती हुई निगाहें
देखे हुए किसी को बहुत दिन गुजर गए।
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सच्ची मोहब्बत शायरी 2 लाइन

नफ़रत हो जायेगी तुझे अपने ही किरदार से,
अगर मैं तेरे ही अंदाज में तुझसे बात करुं..!
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तुम जाओ आजाद रहो खुश रहो हमेशा,
मैं जीऊंगा या मरूँगा ये मेरा मसला हैं!!
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चुपचाप चल रहे थे ज़िंदगी के सफ़र में,
तुम पर नज़र पड़ी और गुमराह हो गये।
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जो हैरान है मेरे सब्र पर उनसे कह दो,
जो आंसू जमीन पर नहीं गिरते दिल चीर जाते है।
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बिना गलती के मिली हुई सजा
मौत से भी बदत्तर लगती है।
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दिल से बड़ी कोई कब्र नहीं होती साहब 
यहाँ रोज कई ख़्वाब दफ़न होते हैं।
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ये भी अच्छा है कि सिर्फ सुनता है
दिल अग़र बोलता तो क़यामत होती।
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शराब की बोतल सी है ये ईमानदारी
कोई छोडता नहीं कोई छुता तक नहीं।
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दिल आज तकलीफ़ में है
ओर तकलीफ़ देने वाला दिल मे।
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कुछ इस तरह खूबसूरत रिश्ते टूट जाया करते हैं, 
दिल भर जाता है तो लोग रूठ जाया करते हैं।
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मेरी बात तो हो जाती है उनसे,
हां ये सच है की हमारी बाते नही होती।
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एक बार इंसान को सब्र आ जाये
तो मनपसन्द चीज़ भी मन से उतर जाती है। 
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एक शख़्स की ही तो बात थी मोला
सारा जहां किसने मांगा था।

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मोहब्बत शायरी Sad

टूटे दिलो ने इश्क को बदनाम कर रखा है
वरना मोहब्बत से ज्यादा हसीन कुछ नहीं।
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मोहब्बत का कोई तराजू नहीं होता
परवाह बताती है प्यार कितना है।
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हाथ की लकीरों का खेल है सारा,
मैं यहां तनहा तुम किसी का सहारा।
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तेरे बाद मेने बाल नही सवारे कभी
मेरे बाद तू काज़ल लगाए फिरती है।
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बस इसी बात पर रोका न,उसे जाने दिया
लौट आए गा अगर उस को मुहब्बत होगी।
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जो करते है बात जाने की
वो पहले ही जा चुके होते है।
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तेरा हक नहीं बनता था दुख देने का,
तुझे तो ज़िंदगी के हर दुख बताए थे मेने।
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जिसे तुम ढूँडती रहती हो मुझ में 
वो लड़का जाने कब का मर चुका है।
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किसी न किसी बहाने से ढूंढ ही लेता है मुझे
दर्द भी मिरे हर ठिकाने से वाकिफ़ है।
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मेरी दुनिया का हर शख्स मतलबी निकला,
घर एक आईना था बस वही वफादार निकला।
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ये हौसला तो देखिए मां बाप का ज़रा 
गैरों को सौंप देते हैं बेटी को पाल कर।
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कभी तू इतनी सी मोहब्बत निभा दे,
जब भी में रूठू चाय पिला दे।
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पहली मोहब्बत की शायरी

बदन और रूह में झगड़ा पड़ा है
कि हिस्सा इश्क़ में किसका बड़ा है।
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सीरत की ख़ूबसूरती क्या जाने 
ये सूरत के दीवाने लोग।
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क्यूँ शर्मिंदा करते हो रोज, हाल हमारा पूछ कर ,
हाल हमारा वही है जो तुमने बना रखा है.!
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तुझे पाने की दिल में कोई हसरत नहीं है 
हम तो सिर्फ़ तेरे एक दीदार के गुनहगार हैं।
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खुदा ने पूछा कि क्या सजा दूं उस बेवफा को, 
दिल ने कहा कि मोहब्बत हो जाये उसे भी।
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भूलने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता,
मैंने नहीं मेरे दिल ने चुना है तुम्हें।
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अब किसी ग़ैर का क़ब्ज़ा है उनकी बाँहों पर, 
यानी बेघर हैं हम अपना मकान होते हुए।
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रात इकाई, नींद दहाई,,
ख़्वाब सैकड़ा, दर्द हज़ार!!
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मर्द दिल तोड़ता है लेकिन औरत रूह 
तक को बर्बाद करने की हैसियत रखती है।
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मेरा ना हो सकी तो कुछ ऐसा करदो,
मैं जैसा था, फिर वैसा कर दो।
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बस मुझे अपने बाहों में सुला लो..
फिर चाहे कितना भी मुझे रुला लो।
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बेस्ट मोहब्बत शायरी

ज़ाया ना कर अपने अल्फ़ाज़ हर किसी के लिए
खामोश रह कर देख तुझे समझता कौन है।
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जिसने हालात पी लिये हो
वो फिर जहर से नही डरता ।
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तन्हाईयाँ कहती हैं कोई महबूब बनाया जाए
ज़िम्मेदारियाँ कहती हैं वक़्त बर्बाद बहुत होगा।
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तुम किसी और से शादी कर लो
मुझे अमीर होने में, अभी वक्त  लगेगा।
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माँ-बाप का घर बिके तो लड़की का घर बसे,
ए 'रस्म-ए-दहेज़' लानत है तुझ पर।
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कितना महफूज था वो गुलाब कांटों की गोद में.,
लोगों की ठुकराई मोहब्बत मे सूली पर चढ़ गया।
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मुस्कुराने से शुरू और रुलाने पर खत्म,
ये वो जुल्म है जिसे लोग मोहब्बत कहते हैं।
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बे वक्त उसने मुझे छत पर देखा है
अब फिर वो मुझ पर शक करेगा।
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हम बड़े हो गए ....
अब हमें चप्पल नहीं ताने मिलते है।
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दर हक़ीक़त , ख़ता थी  दोनों की 
उसको जाना था, मैंने जाने दिया.
          ~ ज़ुबैर अली ताबिश.
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मोहब्बत का राज बताया नहीं जाता... 
निगाहें समझ लेती हैं समझाया नहीं जाता..❤️
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वक्त चलता रहा , जिंदगी सिमटती गयी
दोस्त बढते गये , दोस्ती घटती गयी।
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ज़िंदगी यूँही बहुत कम है मोहब्बत के लिए
रूठ कर वक़्त गँवाने की ज़रूरत क्या है।
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क्या मै तेरे बगैर जी लूंगा
ग़ौर से देख एक बार मुझे।
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रिश्तेदारों का आपके साथ बर्ताव
आपके  बाप की  कमाई पर निर्भर करता है..!!
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माली कितनी भी नजर रखे
तितली की दोस्ती फूल से हो ही जाती है।
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इश्क़ के ख़िलाफ़ बहुत ज़हर उगला है मैंने 
इसीलिए इश्क़ वाले दहशतगर्द कहते हैं मुझे।
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कुछ यूं मिली नज़र उनसे बाक़ी 
सब नज़रंदाज़ हो गए।
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ना इंसान की फितरत ना ख़ुदा की खुदाई ने
मुझे शायर बनाया उसकी जुदाई ने।
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तेरी मजबूरियाँ भी होगी चलो मान लेते है
मगर तेरा एक वादा भी था मुझे याद रखने का।
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चेहरा हसीन गुलाबो से मिलता जुलता है !
नशा पीने से ज्यादा तुमको देखने से चढ़ता है !
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उस सुनार की  कब्र पर नूर कि बरसात हो,
जिसने तुम्हारी नाजुक सी नाक की नथुनी बनाई।
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मुझे तन्हाई की आदत है मेरी बात छोड़ो,
ये लीजिये आपका घर आ गया मेरा हाथ छोड़ो।
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मुझे क्या पता की तुमसे हसीं कोई है या नहीं,
तुम्हारे सिवा कभी किसीको गौर से देखा ही नहीं !
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अब तो रिहा कर दो अपने ख़यालों से मुझको,
लोग कहने लगें है कि रहते कहां हो आजकल..
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तमाम नींदे गिरवी है उसके पास 
ज़रा सी मोहब्बत उधार ली थी उससे।
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तेरी यादों की भूल भुलैया में ग़ुम होकर,
मुझे अक्सर चाय ठंडी पीनी पड़ती है।
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बस इसी बात पर रोका न,उसे जाने दिया
लौट आए गा अगर उस को मुहब्बत होगी।
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वह मेरे चेहरे तक , अपनी नफरतें लाया तो था 
मैंने उसके हाथ चूमे , और बे बस कर दिया।
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आज  कल  दिल  हल्का लगता है,
शायद तेरे प्यार का बोझ  उतर गया है...❤️‍🩹
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खास तो बहुत है हम भी उनके, ,
मगर उनकी फुर्सत के हिसाब से !!!
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मुझसे सस्ता कौन होगा भला,
मोहब्बत पे कोई बिकता है क्या भला..!!
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वो क्या सच्ची मोहब्बत समझेगा
जिसका दिल किसी एक जगह ठेहरता ही ना हो।
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दिल की चोटों ने कभी चैन से रहने न दिया
जब चली सर्द हवा मैं ने तुझे याद किया।
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हमसे ताल्लुक़ रखोगे तो तबियत अच्छी रहेगी 
हम वो हक़ीम है जो लफ़्ज़ों से इलाज़ करते है।
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दुखः, तकलीफ सहता गया,
ठीक हूं मैं सब से कहता गया।
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सुना है सब कुछ मिल जाता है गूगल पर,
मुर्शद वफ़ा मिले तो लोकेशन भेजना मुझे!
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